By अंकित सिंह | Feb 27, 2022
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर 5 चरणों के मतदान हो चुके हैं। आखरी के दो चरण के मतदान पूर्वांचल में होंगे। पूर्वांचल में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह, राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कई वरिष्ठ नेता लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं। भाजपा के लिए पूर्वांचल की जंग काफी अहम मानी जा रही है। पूर्वांचल में भाजपा ने शुरू से ही अपना ध्यान केंद्रित किया था। उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक कहावत यह भी है कि पूर्वांचल के लोग जिसके साथ जाते हैं, सरकार उसकी बनती है। यही कारण है कि पूर्वांचल में फिलहाल भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है।
उत्तर प्रदेश चुनाव में छठे चरण का मतदान 10 जिलों की 57 सीटों पर होगा। छठे चरण में जिन क्षेत्रों में मतदान होने हैं उसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ माना जाता है। इसी चरण में गोरखपुर में भी चुनाव होने हैं। छठे चरण में बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, अंबेडकर नगर, गोरखपुर, बलिया और देवरिया में मतदान होंगे। वहीं, अगर सातवें चरण की बात करें तो इस चरण में 9 जिलों की 54 सीटों के लिए चुनाव होंगे। जौनपुर, मऊ, आजमगढ़, संत रविदास नगर, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, चंदौली और सोनभद्र। वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। कुल मिलाकर देखे तो उत्तर प्रदेश की राजनीति फिलहाल दिलचस्प मोड़ पर खड़ी है। मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच मनिका रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज स्वयं तीन जनसभाओं को संबोधित किया है। जबकि अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर लगातार उत्तर प्रदेश में ताबड़तोड़ चुनावी प्रचार कर रहे हैं। दूसरी ओर अखिलेश यादव की ओर से भी लगातार प्रचार किया जा रहा है। भाजपा ने जमीनी स्तर पर अपने कई नेताओं की फौज को लगा रखा है। पूर्वांचल में सभी दलों ने अपने समीकरण को साधते हुए टिकटों का बंटवारा किया है। पूर्वांचल में विकास एक बड़ा मुद्दा बनता दिखाई दे रहा है। उत्तर प्रदेश के चुनावी नतीजे 10 मार्च को आएंगे।