By अनुराग गुप्ता | Jul 28, 2022
चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पहली बार भारत में हो रहे शतरंज ओलंपियाड के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मैं भारत में हो रहे 44वें शतरंज ओलंपियाड में आप सभी का स्वागत करता हूं। शतरंज का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट भारत आया है। 44वां शतरंज ओलंपियाड कई प्रथम और रिकॉर्ड का टूर्नामेंट रहा है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब शतरंज ओलंपियाड शतरंज की उत्पत्ति के स्थान (भारत) में आयोजित किया जा रहा है। यह 3 दशकों में पहली बार एशिया में आ रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तमिलनाडु का शतरंज से गहरा ऐतिहासिक संबंध है। यही कारण है कि यह भारत के लिए शतरंज का पावरहाउस है। इसने भारत के कई शतरंज ग्रैंडमास्टर तैयार किए हैं। यह बेहतरीन दिमाग, जीवंत संस्कृति और दुनिया की सबसे पुरानी भाषा तमिल का घर है। उन्होंने कहा कि कोविड के बाद की अवधि ने हमें मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से स्वास्थ्य और फिटनेस के महत्व का एहसास कराया है। खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना, निवेश और खेल के बुनियादी ढांचे को प्रोत्साहित करना महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दो महत्वपूर्ण कारकों के सही मिश्रण के कारण भारत की खेल संस्कृति मजबूत होती जा रही है। युवाओं की ऊर्जा और सक्षम वातावरण। उन्होंने कहा कि खेलों में हारने वाले नहीं होते। विजेता हैं और भविष्य के विजेता हैं। मैं चाहता हूं कि यहां एकत्रित सभी टीमों और खिलाड़ियों को 44वें शतरंज ओलंपियाड के लिए शुभकामनाएं।
इसी बीच उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत में खेलों के लिए वर्तमान से बेहतर समय कभी नहीं रहा। भारत का ओलंपिक, पैरालंपिक और डेफलिंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। हमने उन खेलों में भी गौरव हासिल किया जहां हम पहले नहीं जीतते थे।
इससे पहले मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री आज चेन्नई में 44वें शतरंज ओलंपियाड का उद्घाटन करने आए हैं ये हमारे लिए गर्व की बात है। गुजरात के मुख्यमंत्री के दौरान मोदी जी ने एक भव्य शतरंज उत्सव आयोजित किया था।