लखीमपुर खीरी में मेरे बेटे ने किसानों को जीप से नहीं कुचला, गाड़ी हमारी लेकिन बेटा नहीं था मौजूद : केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा

By रेनू तिवारी | Oct 06, 2021

लखनऊ।  उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर काफी विवाद हो रहा है।  3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में भड़की हिंसा में किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई। हिंसा के पीछे केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आषीश मिश्रा का हाथ बताया जा रहा है। मामले में शिकायत दर्ज की जा चुकी है। कथित रूप से आरोपी आषीश मिश्रा के पिता केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने मामले पर अपनी सफाई दी है। उन्होंने बुधवार को कहा कि हालांकि किसानों को टक्कर मारने वाली गाड़ी भले ही हमारी थी लेकिन उस गाड़ी  में मेरा बेटा मौजूद नहीं था। वह घटना से 3-4 किलोमीटर की दूरी पर मंत्री जी के स्वागत करने के लिए मंच पर था।  

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केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा बेटे के बचाव में उतरे

अजय कुमार मिश्रा ने कहा कि "मेरा बेटा कार में नहीं था। कार पर हमला होने के बाद, ड्राइवर घायल हो गया, कार अपना संतुलन खो बैठी और वहां मौजूद कुछ लोगों के ऊपर चढ़ गई। मैंने उन लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की है जिन्होंने अपनी जान गंवाई है।  निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। मैं जांच का समर्थन करता हूं। मिश्रा ने कहा कि उन्हें पार्टी आलाकमान ने नहीं बुलाया है, लेकिन बुधवार रात तक दिल्ली पहुंच जाएंगे। उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि उन्होंने किसानों के खिलाफ कोई बुरा शब्द नहीं कहा है।

किसानों के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला, मेरे खिलाफ राजनीति : अजय मिश्रा 

उन्होंने आरोप लगाया कि एक कार्यक्रम के दौरान किसानों के बारे में मेरे संबोधन से ऑडियो का केवल एक हिस्सा मीडिया में चलाया जा रहा है। घटना के पीछे किसानों के बीच कुछ बदमाश मौजूद थे। जहां यह घटना हुई वहां कुछ खालिस्तानी तत्व मौजूद थे, भिंडरावाले के पोस्टर भी लगाए गए थे। 

 अजय कुमार मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के खिलाफ गोली चलाकर एक किसान की हत्या करने और अपनी जीप से किसानों को कुचलकर मारने का आरोप लगा है और खीरी जिले की तिकुनिया पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है। लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया थाने में बहराइच जिले के नानपारा क्षेत्र बंजारन टांडा निवासी जगजीत सिंह की ओर से सोमवार को दर्ज कराई गई प्राथमिकी में आशीष पर 15-20 अज्ञात लोगों के साथ मिलकर किसानों के ऊपर जीप चढ़ाने और गोली चलाकर हत्या करने का आरोप लगाया गया है। तिकुनिया थाने में आशीष तथा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 147 (उपद्रव), 148 (घातक अस्त्र का प्रयोग), 149 (भीड़ हिंसा), 279 (सार्वजनिक स्थल पर वाहन से मानव जीवन के लिए संकट पैदा करना), 338 (दूसरों के जीवन के लिए संकट पैदा करना),304 ए (किसी की असावधानी से किसी की मौत होना), 302 (हत्या) और 120 बी (साजिश रचने) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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तहरीर में कहा गया है कि तीन अक्टूबर को समस्त क्षेत्रवासी किसान एवं मजदूर अजय कुमार मिश्रा एवं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के विरुद्ध काले झंडे दिखाने के लिए महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज क्रीड़ा स्थल, तिकुनिया, खीरी में शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे और तभी आशीष (निवासी बनबीरपुर, निघासन, खीरी) और 15-20 अज्ञात एवं सशस्त्र लोग तीन चार पहिया वाहनों पर सवार होकर बनवीरपुर से सभास्थल की तरफ तीव्र गति से आये। आरोप लगाया गया है कि आशीष अपने वाहन में बायीं सीट पर बैठकर गोलीबारी करते हुए और भीड़ को रौंदते हुए आगे बढ़ा और इस गोलीबारी में मटरनियां, बहराइच निवासी किसान गुरविंदर सिंह(22) की गोली लगने से मौके पर मौत हो गई।

तहरीर में शिकायतकर्ता ने दो गाड़ियों के नंबर भी दिए हैं। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि तीव्र गति से आती ये गाड़ियां अनियंत्रित होकर गड्ढे में पलट गई जिससे कई राहगीर भी गंभीर रूप से घायल हो गए। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने सोमवार को को बताया था कि इस मामले में आशीष सहित कई अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं। उन्होंने कहा था कि अभी प्राथमिकी की प्रति उपलब्ध नहीं हुई है इसलिये किन-किन धाराओं में मामला दर्ज हुआ है इस बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है। तहरीर के मंगलवार को सार्वजनिक होने के बाद ये तथ्य सामने आये हैं। इस बीच, अजय कुमार मिश्रा ने पत्रकारों से कहा कि कार्यक्रम में शिरकत करने आ रहे मौर्य को साथ लाने के लिए कुछ कार्यकर्ता जा रहे थे, लेकिन रास्ते में तिकुनिया में धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कार्यकर्ताओं के वाहन पर पथराव कर दिया जिससे वाहन पलट गया और उसकी चपेट में आकर कुछ लोग घायल हो गए।

उन्होंने दावा किया, बब्बर खालसा जैसे संगठन किसानों के विरोध में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा, भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं की मौत हो गई और हमारे एक वाहन चालक की भी मौत हो गई, दो वाहन जल गए और छह-सात वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। पार्टी के 10 से अधिक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अजय मिश्रा से जब पूछा गया कि क्या उनमें से एक वाहन में उनका बेटा भी सवार था, जिन्हें कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था, तो उन्होंने कहा, नहीं। अगर वह उस कार में होता, तो वह जिंदा नहीं होता। उन्होंने कहा कि इस घटना में उनके बेटे की कोई संलिप्तता नहीं है। गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले में रविवार को मौर्य के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री मिश्रा के पैतृक गांव जाने के विरोध के दौरान हुए संघर्ष में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।

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