By रेनू तिवारी | May 11, 2021
क्या मीडिया में कोरोना वायरस की मौत और संक्रमितों की जो आंकड़े दिखाीई जा रही हैं व सहीं है? यह सवाल इस लिए दोहराया जा रहा है क्योंकि बिहार के बक्सर जिसे से जो तस्वीर सामने आयी है वह अत्मा को झकझोर और मानवता को शर्मशार कर देने वाली तस्वीर है। ये तस्वीर लोगोें की मजबूरी के दर्द को भी बयां करती हैं। कोरोना वायरस की दूसरी लहर भारत के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हुई है। आजाद भारत की ऐसी दयनीय तस्वीर भारत में कभी नहीं देखी गयी। कोरोना के दौरान अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड नहीं, शमशान घाट पर शवों को जलाने के लिए जगह नहीं! सरकारी आकंड़ों में मौत की संख्या जो दिखाई गयी उससे विपरीत स्थिति जमीनी स्तर पर देखी गयी। सरकारी मौत के आंकड़ों की सच्चाई कुछ हद तक बिहार के बक्सर की तस्वीर बयां कर रही है।
गंगा में बह रहीं लाशें
कोविड -19 से संबंधित मौतों की खबरें देश भर में सदमे की लहरों को भेजती रहती हैं, लोगों ने बिहार के बक्सर के महादेव घाट पर भयावह दृश्य देखा। बक्सर जिले के चौसा के पास स्थित महादेव घाट पर शवों की तस्वीरें आज सुबह सोशल मीडिया पर छा गईं। इतनी बड़ी तादाद में शवों की बरामदगी ने लोगों को स्तब्ध कर दिया। लगता है कि कोविड -19 रोगियों के शवों के प्रति असंवेदनशीलता का कोई अंत नहीं है। उत्तर प्रदेश और बिहार सरकार ने इस घटना के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराना शुरू कर दिया क्योंकि स्थानीय लोगों ने घाट पर ढेर किए जा रहे शवों के बारे में आवाज उठाई है।
बक्सर: गंगा में तैर रही लाशें कहां से आई ?
संदिग्ध कोरोना संक्रमितों का शव उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे बिहार के बक्सर जिले के चौसा के समीप नदी में सोमवार को बहता हुआ पाया गया। चौसा के प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार ने फोन पर बताया कि स्थानीय चौकीदार द्वारा इस बारे में सूचित किए जाने पर हमने अब तक इनमें से 15 शव बरामद कर लिए हैं। उन्होंने बताया कि मृतक में से कोई भी बक्सर जिला के निवासी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उस पार उत्तर प्रदेश के कई जिले नदी के किनारे स्थित हैं और हो सकता है कि वहां शवों को गंगा में बहा दिया गया जो हमें नहीं पता। उन्होंने कहा कि हम इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते कि मृतक वास्तव में कोरोना संक्रमित थे। अधिकारी ने बताया कि शव क्षत-विछत हो चुके हैं फिर भी हम इनका निपटारा सम्मानजनक तरीके से हो यह सुनिश्चित करने के लिए सभी सावधानी बरत रहे हैं।
कोरोना संक्रमितों के सरकारी आंकड़े
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान 75 और व्यक्ति की मौत हो जाने से इससे मरने वालों की संख्या सोमवार को 3357 हो गयी तथा इस महामारी के 10174 नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान पटना में 22, मुजफ्फरपुर नालंदा में नौ-नौ, पश्चिम चंपारण में पांच, दरभंगा एवं नवादा में चार-चार, मुंगेर में तीन, भागलपुर, गया, कटिहार,मधुबनी, पूर्वी चंपारण एवं वैशाली में दो-दो तथा अररिया, जहानाबाद, खगड़िया, पूर्णिया, सहरसा, समस्तीपुर एवं सीतामढ़ी में एक-एक मरीज की मौत हो गयी। अबतक 3357मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं। बिहार में रविवार अपराहन चार बजे से सोमवार चार बजे तक कोरोना वायरस संक्रमण के जो 10174 नए मामले प्रकाश में आए हैं उनमें प्रदेश की राजधानी पटना में सबसे अधिक 1745 प्रकाश में आए हैं। उसके अलावा अररिया में 247, अरवल में 121, औरंगाबाद में 226, बांका में 82, बेगूसराय में 435, भागलपुर में 205, भोजपुर में 71, बक्सर में 81, दरभंगा में 154, पूर्वी चंपारण में 478, गया में 236, गोपालगंज में 541, जमुई में 162, जहानाबाद में 108, कटिहार में 706, खगड़िया में 286, किशनगंज में 83, लखीसराय में 95, मधेपुरा में 178, मधुबनी में 175, मुंगेर में 304, मुजफ्फरपुर में 293, नालंदा में 95, नवादा में 75, पूर्णिया में 313, रोहतास में 141, सहरसा में 283, समस्तीपुर में 463, सारण में 333, शेखपुरा में 96, शिवहर में 62, सीतामढ़ी में 77, सिवान में 242, सुपौल में 221, वैशाली में 417 तथा पश्चिम चंपारण में 289 नये मरीजों का पता चला है। अबतक बिहार में इस महामारी से संक्रमित होने वालों की संख्या 601650 पहुंच गयी है। उनमें से 493189 मरीज ठीक हुए जिनमें पिछले 24 घंटे के भीतर ठीक हुए 15800 मरीज भी शामिल हैं।