By अभिनय आकाश | Jul 29, 2021
अफगानिस्तान में जारी संकट में तालिबानी समर्थन के आरोप पाकिस्तान पर लगातार लगते रहे हैं। पाकिस्तानी सरकार और इमरान खान पर लगातार लगते आरोपों के बाद इमरान खान ने सारे मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी। पाकिस्तान के कप्तान ने अफगानिस्तान के हालात के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया है। इमरान खान ने बाइडन प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिका ने वास्तव में अफगानिस्तान में सबकुछ गड़बड़ कर दिया है।
अफगान समस्या का समाधान युद्ध से संभव नहीं
न्यूज चैनल पत्रकार जूडी वुड्रूफ को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने तालिबानियों को सामान्य नागरिक बताया है। प्रधानमंत्री से पूछा गया कि एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि करीब 10, 000 पाकिस्तानी लड़ाकू सीमा पार कर तालिबान की मदद करने गए हैं? इसपर इमरान खान नाराज हो गए और बोले कि यह बिल्कुल गलत बात है, वो हमें इस बात का सबूत क्यों नहीं देते हैं? प्रधानमंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान की समस्या का समाधान युद्ध नहीं बल्कि राजनीतिक समझौते से संभव है। इमरान ने कहा कि 11 सितंबर 2001 के अमेरिका हमले से पाकिस्तान का कोई संबंध नहीं होने के बावजूद भी अफगानिस्तान में अमेरिकी युद्ध के बाद हजारों पाकिस्तानियों ने अपनी जान गंवाई।
टीटीपी के 6 हजार आतंकवादी अफगान क्षेत्र में सक्रिय
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के लिए तैयार एक रिपोर्ट के अनुसार, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के करीब 6,000 आतंकवादी सीमा के अफगान क्षेत्र में सक्रिय हैं। यूएन एनालिटिकल सपोर्ट एंड सेंक्शन मॉनिटरिंग टीम की रिपोर्ट में कहा गया है कि टीटीपी के पास "विशिष्ट पाकिस्तान विरोधी उद्देश्य" हैं, लेकिन यह अफगानिस्तान के अंदर अफगान बलों के खिलाफ अफगान तालिबान आतंकवादियों का भी समर्थन करता है।