By अनुराग गुप्ता | Feb 22, 2022
नयी दिल्ली। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान कभी भारत के साथ व्यापार को फिर खोलने की वकालत करता है तो कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ टेलीविजन पर बहस करने की इच्छा जताता है। आपको बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और बयानबहादुर इमरान खान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ टेलीविजन पर बहस करने की इच्छा जताई है।
रूस टुडे को दिए साक्षात्कार में इमरान खान ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के बीच मतभेदों को सुलझाने के लिए वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ टेलीविजन पर बहस करना चाहेंगे। यह भारतीय उपमहाद्वीप में अरबों से अधिक लोगों के लिए फायदेमंद होगा यदि मतभेदों को बहस के माध्यम से हल किया जा सके।
भारत और पाकिस्तान के बीच 75 साल पहले आजादी के बाद से ही तनावपूर्ण संबंध हैं। आपको बता दें कि इमरान खान की टिप्पणी पर भारत के विदेश मंत्रालय ने तत्काल जवाब नहीं दिया है।
हाल के दिनों में भारत ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते हैं। इतना ही नहीं भारत ने तो पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों पर नकेल कसने और उन्हें दंडित करने की मांग की थी।
भारत अपने पड़ोसी मुल्क के आतंकवाद से आहत होता रहा है। 2008 के मुंबई आतंकी हमले के अलावा भारत ने पाकिस्तान से 2016 के पठानकोट आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों और आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करने के लिए भी कहा है, जिसमें 7 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।
साल 2016 में उरी में हुए आतंकवादी हमले में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हुए थे। जबकि साल 2019 के पुलवामा आतंकी हमले में भारत ने अपने 40 से ज्यादा जवानों को खोया था।