इमरान खान की इंटरनेशनल बेइज्जती की पाकिस्तानी पत्रिका ने खोल दी पोल

By अंकित सिंह | Oct 07, 2019

 पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को लगातार फजीहतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर के भारत द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद से इमरान के रवैये से विश्व के बड़े देश उनसे नाराज हैं। हाल में ही पाकिस्तान की एक साप्ताहिक मैगजीन 'फ्राइडे टाइम्स' ने ऐसा खुलासा किया है जिससे इमरान खान की खूब किरकिरी हो रही है। फ्राइडे टाइम्स ने खुलासा किया है कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान संयुक्त राष्ट्र यात्रा के दौरान इमरान खान के कार्यकलापों से इतने नाराज हो गए कि उन्होंने बीच रास्ते से ही अपना विमान वापस मंगा लिया।  दरअसल, पाकिस्तान के हालात इतने खराब हैं कि उसके प्रधानमंत्री को कमर्शियल फ्लाइट से यात्रा करनी पड़ रही है। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र में भाग लेने के लिए इमरान खान कमर्शियल फ्लाइट से ही न्यू यार्क जाने वाले थे। न्यू यार्क जाने से पहले वो सऊदी अरब की यात्रा पर गए। सऊदी अरब से इमरान खान कमर्शियल फ्लाइट से न्यू यार्क जाने वाले थे पर बिन सलमान ने खास मेहमान होने के नाते इमरान खान को अपने खास विमान एमबीएस से जाने को कहा। इमरान इसके लिए तैयार हो गए और वह वहीं से अमेरिका चले गए। 

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संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र में भाग लेने के बाद इमरान खान को 28 सितंबर को स्वदेश लौटना था। कार्यक्रम के मुताबिक इमरान एमबीएस के विमान से अचानक रवाना हो गए। पर बीच रास्ते से ही तकनीकी खराबी के कारण विमान को वापस अमेरिका लौटना पड़ा। बाद में वे कमर्शियल फ्लाइट से स्वदेश लौंटे। लेकिन इस तमाम घटना क्रम को लेकर फ्राइडे टाइम्स ने जो खुलासा किया है वह वाकई हैरान करने वाला है। फ्राइडे टाइम्स ने इमरान खान के अमेरिका में हुए कार्यक्रमों पर तंज कसते हुए कहा कि इमरान ने कश्मीर और इस्लामोफोबिया जैसे सभी खास मुद्दों पर अपनी बात रखी पर उन्होंने इस बात का ध्यान ही नही रखा कि हॉल आधा खाली पड़ा था। उनका यह मानना कि पाकिस्तान अलकायदा आतंकियों को प्रशिक्षित करता था, राष्ट्र की छवि को चोट पहुंचाता है। इमरान के दौरे का हवाला देते हुए फ्राइडे टाइम्स ने दावा किया कि उन्होंने एक क्षेत्रीय मुद्दे को इस्लामी पाकिस्तान और हिंदू भारत का मुद्दा बना दिया। लेकिन इसके बाद फ्राइडे टाइम्स ने जो खुलासा किया है वह चौंकाने वाला है। 

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फ्राइडे टाइम्स ने साफ कहा है कि भले ही इस यात्रा का नजीता समर्थकों की नजर में हो भी रहा हो पर इमरान ने कहीं ना कहीं सऊदी अरब को निराश किया है। पत्रिका ने कहा है कि इमरान की कूटनीति के कुछ पहलुओं से क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान इतने असहज हो गए कि उन्होंने अपने निजी विमान को बीच रास्ते से ही वापस बुला लिया। दरअसल पत्रिका में यह कहा गया है कि सऊदी अरब को यह कतई रास नहीं आया कि उसके बिना पाकिस्तान इस्लामिक ब्लॉक का प्रतिनिधित्व तुर्की और मलेशिया के साथ मिलकर करे। सऊदी अरब को पाकिस्तान और ईरान की नजदीकियां भी नागवार गुजरी। हालांकि, पाकिस्तान सरकार के प्रवक्ता ने 'फ्राइडे टाइम्स' के तमाम दांवो को खारिज करते हुए इस खबर को मनगढ़ंत बताया। सरकार की ओर से साफ कहा गया कि दोनों देश के शासकों के बीच बेहतरीन संबंध हैं और इस रिपोर्ट में प्रधानमंत्री की विश्व के नेताओं के साथ सफल बातचीत को कमजोर करने की कोशिश की गई है। सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि राजनैतिक लाभ के लिए दो देशों के बीच के रिश्तों को इस रिपोर्ट के जरिए कमजोर करने की कोशिश की गई है। 

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भले ही पाकिस्तान और इसकी सरकार कोई भी दावा क्यों ना कर ले पर यह बात शत् प्रतिशत सच है कि दुनिया के हर मंच पर इमरान खान की इंटरनेशनल बेइज्जती जारी है। दुनिया के जिस भी मंच पर इमरान खान ने कश्मीर का मुद्दा उठाया, उन्हें मुंह की खानी पड़ी। लगभग हर देश ने पाकिस्तान से ज्यादा भारत के दावों को महत्व दिया। इसके अलावा इमरान खान की तुलना में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के हर देश में ज्यादा महत्व मिलता है। पाकिस्तान की माली हालात ने भी उसके प्रतिष्ठा को कमजोर किया है। इतना ही नहीं, संयुक्त राष्ट्र महासभा में इमरान खान द्वारा दिये गये भाषण की भी खूब आलोचना हो रही है। भारत ने जहां खुद के विकास के बारे में बताया तो पाकिस्तान ने इस्लाम और कश्मीर के इर्द-गिर्द घूमता रहा। खैर, इमरान और पाकिस्तान भले ही तमाम तरह के दावे कर रहे हो पर आगे की चुनौतियां उसके लिए और भी मुश्किलें खड़ी करने वाली है। 

 

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