इस्लामाबाद, 9 अगस्त। पाकिस्तान के सत्तारूढ़ गठबंधन ने आरोप लगाया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान विदेशी गणमान्य व्यक्तियों से मिले अधिकतर उपहार मुफ्त में तोशाखाने से अपने साथ ले गए हैं। जियो टीवी की खबर के मुताबिक, तोशाखाना विवाद के संबंध में पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग के समक्ष दाखिल याचिका के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री ने इनमें से कुछ ही उपहारों के लिए भुगतान किया।
पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की ओर से दाखिल याचिका में दावा किया गया है कि क्रिकेटर से नेता बने खान तोशाखाने से ज्यादातर सामान बिना भुगतान किए अपने साथ ले गए। याचिका के अनुसार, उन्होंने कथित तौर पर अपने साथ ले जाए गए उपहारों के बारे में खुलासा नहीं किया और अपने बयानों में इस संबंध में जानकारी छुपाई। पाकिस्तान के कानून के अनुसार, किसी विदेशी गणमान्य व्यक्तियों से प्राप्त कोई भी उपहार सरकारी तोशाखाने में रखा जाना चाहिए।
कानून के अनुसार, अगर राष्ट्राध्यक्ष इन उपहारों को अपने पास रखना चाहते हैं तो उन्हें उसकी कीमत के बराबर राशि का भुगतान करना होता है। कीमत का फैसला नीलामी के जरिये किया जाता है। कानून के अनुसार, ये उपहार या तो तोशाखाने में जमा रहते हैं या नीलाम किए जा सकते हैं और इसके माध्यम से अर्जित धन को राष्ट्रीय खजाने में जमा किया जाना होता है। निर्वाचन आयोग ने इस संबंध में खान को नोटिस जारी करते हुए उन्हें 18 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया था।