4G के बाद 5G नेटवर्क की मार्केट पहले से तैयार बैठी है, और लोग इसे हाथों-हाथ लेने के लिए उत्सुक भी हैं। जिस प्रकार से 4G मार्केट ने भारत में रिलायंस जियो की बादशाहत स्थापित कर दी और मोबाइल नेटवर्क विशेषज्ञों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि आने वाले दिनों में 5जी की मार्केट कहीं अधिक तेजी से बढ़ेगी।
इसका कारण बड़ा साफ है कि डिजिटल इंडिया में समय की रफ्तार बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है। रिलायंस जियो और एयरटेल के साथ वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियों ने भी 5G मार्केट की तैयारियां बखूबी कर ली हैं। ऐसे में 5G के मोबाइल फोन भी मार्केट में उतनी ही तेजी से लांच होने शुरू हो गए हैं।
अब तमाम कंपनियों ने अपने 5G फोन लांच करने शुरू कर दिए हैं, तो लोग बाग भी अब जो नए फोन ले रहे हैं, उसमें फीचर के तौर पर 5G सपोर्ट ढूँढने लगे हैं। ऐसे में अगर आप भी उनमें से एक हैं, जो 5G सपोर्ट का फोन खरीदना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं कि आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
बेहद महंगा 5G फोन ना लें!
जी हां! अभी 5G टेक्नोलॉजी पूरी तरह से मार्केट में रोल नहीं हुई है, और ऐसे में अगर आप कोई फोन लेना चाहते हैं, और वह 4G फोन के मुकाबले बहुत अधिक कीमत वाला है, तो ज़रा रुक जाईये। चूंकि 5G नेटवर्क के इस्तेमाल का अभी कोई आईडिया नहीं है, और ऐसे में कई कंपनियां मार्केट सेंटीमेंट को देखते हुए अपने प्रोडक्ट को सील करने की रणनीति पर आगे बढ़ रही हैं। ध्यान रखिए, अगर 5G नेटवर्क आ भी गया तो 4G नेटवर्क तुरंत बंद नहीं हो जायेगा, बल्कि वह चलता रहेगा।
इसके अलावा 5G नेटवर्क के लिए कौन सा प्लान आने वाला है, वह कितना महंगा या सस्ता होगा, यह सब अभी भविष्य की बात है। ऐसे में बहुत मुमकिन है कि आप 5G लांच होने के बाद भी लम्बे समय तक 4G ही इस्तेमाल करना चाहें! ऐसे में अगर 4G की कीमत के आसपास ही आपको 5G का सपोर्ट भी मिलता है, तब तो आप इसके लिए जा सकते हैं, किंतु 5G के लिए बहुत कीमत लगाने की सलाह आप को नहीं दी जाती है।
सिंगल बैंड नहीं है बेहतर
तकनीकी तौर पर अगर देखें, तो विशेषज्ञ सिंगल बैंड वाले 5G फोन इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दे रहे हैं। इसका मतलब यह है कि 5G टेक्नोलॉजी अभी शुरुआती दौर में ही है, और ऐसे में कई कंपनियां जो 5G फोन पेश कर रही हैं, उसमें सिंगल बैंड है। इसका मतलब यह है कि 5G सपोर्ट उस फोन में ज़रूर है, किंतु आपको स्पीड 4G वाली ही मिलेगी।
इसका मतलब साफ है कि भविष्य के लिहाज से यह फोन तैयार नहीं किए गए हैं, और आप जो सिंगल बैंड वाले फोन खरीद रहे हैं, वह संभवतः 5जी बैंड को उस हिसाब से सपोर्ट ना करता हो, जिस हिसाब से तकनीकी तौर पर इसकी जरूरत है।
चूंकि भारत में इस वक्त 5G का नेटवर्क, पब्लिक के लिए कहीं इस्तेमाल नहीं हो रहा है, ऐसे में 5G फ्रीक्वेंसी सपोर्ट करने वाले स्मार्टफोन को अगर आप खरीद रहे हैं, तो ज्यादा बेटर हो कि आप Sub-6Ghz 5G फ्रिक्वेंसी सपोर्ट वाले स्मार्टफोन खरीदें। इससे अधिक कवरेज मिलने की संभावना बढ़ेगी। इसे मिड-रेंज बैंड भी कहा जाता है।
बैटरी और प्रोसेसर सपोर्ट पर भी आप खासा ध्यान दें
सिर्फ 5G सपोर्ट का लोगो देखकर फोन खरीदने की बजाय, 5G के लिए आपके फोन का प्रोसेसर कामयाब होगा कि नहीं, इस पर आप ज्यादा ध्यान दें। यह वह बात है जो ग्राहक शुरुआत में ध्यान नहीं दे रहे हैं, किंतु जब 5G रोलआउट होगा, तो कहीं ऐसा ना हो कि आपका प्रोसेसर बेहद जल्दी गर्म होना शुरू हो जाए!
ऐसे ही बैटरी लाइफ के बारे में भी आपको सजग हो जाना चाहिए।
कई सारी टेस्टिंग में 5G स्मार्टफोन की बैटरी 4जी के मुकाबले में ज्यादा तेजी से गर्म हो रही है, क्योंकि 5G में डाटा बेहद तेजी से आपके फोन में रिसीव होता है। ऐसे में बैटरी भी ज्यादा खर्च होती है। इसलिए 5जी फोन में ऐसा माना जा रहा है कि आपकी बैटरी बड़ी होनी चाहिए।
तकनीकी तौर पर अगर बात करें, तो 5G स्मार्टफोन में 5G सिग्नल को रिसीव करने के लिए तीन एंटीना दिए जाते हैं। ऐसे में आपकी बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो सकती है, और गर्म भी हो सकती है। मगर 5G स्मार्टफोन अगर आप खरीदना ही चाहते हैं, तो इन बातों पर ध्यान दें, और उसी के अनुरूप अपनी आगे की रणनीति बनायें।
हालांकि बेहद तेजी से जियो और एयरटेल जैसी कंपनियां 5 जी रोल आउट करने की दिशा में काम कर रही हैं, लेकिन इसके बावजूद आम ग्राहकों के लिए 2022 तक ही इसके मार्केट में पेश होने की संभावना है। ऐसे में अगर आप 5G को ध्यान में रख कर कोई फोन खरीद रहे हैं, तो यह ध्यान रखिए कि 1 साल बाद आपको और भी बेहतर ऑप्शन मिल सकते हैं।
इसका मतलब यह नहीं है कि अगर आपको बेहतरीन मिल रहा है, तो उसे ना लें, बल्कि आप उपरोक्त बातों को ध्यान में रखें, यही इस लेख का असली उद्देश्य है।
- विंध्यवासिनी सिंह