By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 12, 2021
इसने आईपीसी और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के साथ केंद्रीय अस्पताल एवं स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर संरक्षण अधिनियम को लागू करने, प्रत्येक अस्पताल में मानकीकरण और सुरक्षा बढ़ाने तथा अस्पतालों को संरक्षित क्षेत्र घोषित करने की मांग की। चिकित्सा निकाय ने कहा, आईएमए की कार्य समिति ने सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद हमारी चिंता, रोष और एकजुटता व्यक्त करने के लिए, 18 जून 2021 को आईएमए राष्ट्रीय विरोध दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया है, जिसमें रक्षकों को बचाओ के नारे के साथ हमारे पेशे और पेशेवरों पर हमले को रोकने की मांग कीजाएगी।
संघ ने कहा कि 15 जून को राष्ट्रीय मांग दिवस मनाया जाएगा और देश भर में शाखाओं द्वारा संवादताता सम्मेलन आयोजित किये जाएंगे। एलोपैथी को लेकर योग गुरु रामदेव की हालिया टिप्पणियों पर आईएमए ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया चल रही है और इसका पालन किया जाएगा। संघ ने कहा, रामदेव ने अब सार्वजनिक रूप से नया बयान जारी कर कहा है कि डॉक्टर देवदूत हैं और वह व्यक्तिगत रूप से टीकाकरण के लिए भी जाएंगे। लेकिन हमें जिस मानसिक पीड़ा / मौखिक हिंसा का सामना करना पड़ा है, वह अविस्मरणीय है।