इल्तुतमिश ने किया खंडित, महाराज राणो जी ने किया पुन: स्थापित, सिंधिया ने उज्जैन में महाकाल मंदिर गलियारे के उद्घाटन को बताया ऐतिहासिक

By अभिनय आकाश | Oct 11, 2022

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यहां 856 करोड़ रुपये की महाकालेश्वर मंदिर गलियारा विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे, जिससे मध्य प्रदेश के इस पवित्र शहर में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। महाकाल लोक के भव्य प्रवेश द्वार नंदी द्वार के नीचे 'मोली' (पवित्र) धागों की धागों से ढका एक बड़े आकार का 'शिवलिंग' रखा गया है। मेगा कॉरिडोर के उद्घाटन को प्रतीकात्मक रूप से चिह्नित करने के लिए आधिकारिक तौर पर 'शिवलिंग' का अनावरण करेंगे।

इसे भी पढ़ें: 'इमरजेंसी में जेपी ने पूरे विपक्ष को एक किया', अमित शाह बोले- जो लोग खुद को उनका शिष्य बताते हैं, उन्होंने उनकी विचारधारा को तिलांजलि दे दी

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि उज्जैन में महाकाल मंदिर गलियारे का उद्घाटन आज पीएम मोदी करेंगे। पीएम मोदी ने भारत को न केवल एक आर्थिक शक्ति के रूप में बल्कि दुनिया में एक आध्यात्मिक शक्ति के रूप में स्थापित करने का संकल्प लिया है। सिंधिया ने कहा कि महाकाल मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा जोकि एक राष्ट्र और विश्व के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। जब इल्तुतमिश द्वारा महाकाल के मंदिर को खंडित किया गया था... 500 वर्ष बाद 1723 में महाराज राणो जी सिंधिया ने महाकाल के मंदिर को उज्जैन में स्थापित किया था। 

इसे भी पढ़ें: गुजरात में कांग्रेस की बदली रणनीति को भाँप कर मोदी ने भाजपा को कर दिया है चौकन्ना

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उज्जैन में 850 करोड़ रुपए की लागत से बने महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। गलियारे की लंबाई 900 मीटर से अधिक है और यह 108 अलंकृत बलुआ पत्थर के स्तंभों से युक्त है, जो शीर्ष पर सजावटी 'त्रिशूल' डिजाइन और भगवान शिव की 'मुद्रा' है। इसमें देवता की कलात्मक मूर्तियों के साथ-साथ शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 53 प्रबुद्ध भित्ति चित्र भी हैं। 

प्रमुख खबरें

किसानो कि बुलंद आवाज़ थे चौधरी चरण सिंह

पूजा खेडकर को बेल या जेल? दिल्ली हाई कोर्ट अग्रिम जमानत याचिका पर सुनाएगा फैसला

दिल्ली में ‘महिला सम्मान योजना’ के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, केजरीवाल ने खुद घर जाकर बताई पूरी प्रक्रिया

दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति पर महाभियोग का खतरा मंडराया, जानें वजह?