जो लोग नये साल की छुटि्टयों में विदेश जाकर घूमने की योजना बना रहे हैं उनके लिए खुशखबरी यह है कि थाईलैंड, श्रीलंका और मलेशिया ने भारतीयों को वीजा फ्री प्रवेश देने का ऐलान कर दिया है। दरअसल भारतीय लोग बाहर घूमने-फिरने पर काफी खर्च करते हैं और हालिया आंकड़े दर्शाते हैं कि महामारी से उपजे हालात से प्रभावित हुए वैश्विक पर्यटन व्यवसाय को उबारने में भारतीय पर्यटकों की बड़ी भूमिका रही है। इसीलिए खासतौर पर भारत के पड़ोसी देशों में होड़ लगी है कि वीजा फ्री एंट्री देकर ज्यादा से ज्यादा भारतीयों को अपने देश में घूमने फिरने के लिए बुलाया जाये।
लेकिन यहां पर्यटकों को एक बात समझने की जरूरत है कि वीजा फ्री का मतलब सब कुछ फ्री नहीं है। पहली अनिवार्यता तो पासपोर्ट की है और यह पासपोर्ट आपके वापस आने की तारीख से छह महीने ज्यादा समय तक वैध होना चाहिए। पासपोर्ट के अलावा आपको इन देशों में जाने के समय होटल की बुकिंग पहले करानी होगी। यदि आप अपने रिश्तेदार या परिचित के पास रुकने वाले हैं तो उसकी सारी जानकारी देनी होगी। इसके अलावा कई देशों की ओर से तीन या चार महीने की बैंक स्टेटमेंट भी देखी जाती है उसके बाद ही किसी का जाना कन्फर्म हो पाता है।
जहां तक किन-किन देशों की ओर से भारतीयों को वीजा फ्री एंट्री देने की बात है तो आपको बता दें कि मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने एक दिसंबर से भारतीय एवं चीनी नागरिकों को 30 दिन का वीजा मुक्त प्रवेश दिए जाने की घोषणा की है। अनवर इब्राहिम ने कहा कि वर्तमान में खाड़ी देशों और तुर्किये एवं जॉर्डन सहित अन्य पश्चिम एशियाई देशों को यह सुविधा प्राप्त है तथा अब यह भारत और चीन को भी दी जाएगी। इब्राहिम ने साथ ही कहा कि वीजा छूट के दौरान कड़ी सुरक्षा जांच की जाएगी। उन्होंने कहा है कि मलेशिया आने वाले सभी पर्यटकों और आगंतुकों की प्रारंभिक जांच की जाएगी। सुरक्षा एक अलग मामला है। यदि किसी व्यक्ति का आपराधिक रिकॉर्ड हैं या किसी से आतंकवाद का खतरा है तो उसे प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि मलेशिया में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या के मामले में भारत शीर्ष देशों में शामिल है। ‘मलेशिया टूरिज्म प्रमोशन बोर्ड’ के आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में मलेशिया में कुल 3,24,548 भारतीय पर्यटक आए। 2023 की पहली तिमाही में मलेशिया में 1,64,566 भारतीय पर्यटक आए, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 13,370 पर्यटक आए थे।
मलेशिया के अलावा थाईलैंड और श्रीलंका ने भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हालिया सप्ताह में इसी प्रकार की घोषणाएं की थीं। इस समय आठ आसियान (दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन) देशों को सामाजिक यात्राओं, पर्यटन और व्यापार के उद्देश्य से मलेशिया में 30-दिवसीय वीजा-मुक्त प्रवेश दिया जा रहा है। श्रीलंका ने भारत, चीन, रूस, मलेशिया, जापान, इंडोनेशिया और थाईलैंड के लिए वीजा-मुक्त प्रवेश पहल शुरू की है, जो 31 मार्च 2024 तक लागू करेगी। थाईलैंड ने भी भारत एवं ताइवान के लोगों को यह छूट दी है, जो 10 मई, 2024 तक जारी रहेगी।
- प्रीटी