नींद हमारी जिंदगी का बड़ा हिस्सा है। अच्छी और चैन भरी नींद हमारी जिंदगी को स्वस्थ बनाने में अहम भूमिका निभाती है। जब किसी व्यक्ति की नींद पूरी नहीं होती तो इसका असर सीधा उनकी दिनचर्या पर पड़ता है जिसकी वजह से उन्हें कई परेशानियां झेलनी पड़ती है। अगर आप भी बिना किसी कारण के रात को चैन से नहीं सो पा रहे हैं तो हो सकता है कि आप गलत तरीके से सो रहे हैं। इसलिए अच्छी नींद के लिए अपनी सोने के तरीके पर ध्यान देना बहुत जरुरी है। विशेषज्ञ बताते हैं कि सोने के अलग-अलग तरीकों के अलग-अलग फायदे होते हैं जो नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करते हैं। चलिए जानते हैं सोने के तरीकों के बारे में जो आपकी नींद की गुणवत्ता बढ़ाएंगे।
भ्रूण की स्थिति में सोना
भ्रूण की तरह सोना यानि बाईं ओर करवट लेकर सोना सबसे अच्छा माना जाता है। इस स्थिति में सोने से पीठ के निचले हिस्से में दर्द से राहत मिलती है और इसके साथ ही खर्राटों को कम करने में भी मदद मिलती है। नुकसान की बात करें तो इस स्थिति में सोने से जोड़ों के दर्द या जकड़न की समस्या बढ़ सकती हैं। इससे बचने के सोते समय अपने घुटनों के बीच तकिया रखकर सोएं।
पेट के बल सोना
पेट के बल सोने से थोड़ी देर के लिए आराम मिलता हैं। ज्यादा देर तक इसी स्थिति में लेटे रहने से पेट के साथ-साथ गर्दन के निचले हिस्से और पीठ पर दबाब पड़ता है जिसकी वजह से मांसपेशियों और जोड़ों में तनाव बढ़ जाता है। इसलिए अगर आप पेट के बल सोना पसंद करते हैं तो पेट के निचले हिस्से के नीचे तकिया लगाकर सोएं।
पीठ के बल सोना
विशेषज्ञों की माने तो पीठ के बल सोने से शरीर को सबसे ज्यादा स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इस स्थिति में सोने से रीढ़ की हड्डी और घुटने के दर्द को दूर करने में मदद मिलती है। इसके अलावा पीठ के बल सोने से चेहरे पर झुर्रियों की समस्या भी नहीं होती।