By प्रेस विज्ञप्ति | Jul 30, 2022
नई दिल्ली। अगर अभी लोकसभा चुनाव कराए जाएं, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) लोकसभा की कुल 543 में से 362 सीटों पर शानदार जीत दर्ज कर सकता है। इंडिया टीवी-मैट्रिज़ न्यूज़ कम्युनिकेशन का देशव्यापी ओपिनियन पोल इस निष्कर्ष पर पहुंचा है। 'देश की आवाज' नामक इस ओपनियन पोल के नतीजे आज (शुक्रवार 29 जुलाई) शाम 4 बजे से देश के नंबर वन न्यूज चैनल इंडिया टीवी पर प्रसारित किए गए। इस सर्वे के मुताबिक अगर अभी लोकसभा के चुनाव हुए तो कांग्रेस की अगुवाई वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) को केवल 97 सीटों पर जीत मिलने के आसार हैं। वहीं 'अन्य' जिसमें क्षेत्रीय दल और निर्दलीय भी शामिल हैं, उन्हें 84 सीटों पर जीत मिल सकती है। इस सर्वे के मुताबिक अगर अभी लोकसभा चुनाव हुए तो एनडीए को कुल 41 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है, यूपीए को 28 फीसदी और 'अन्य' को 31 फीसदी वोट मिल सकते हैं। इस सर्वे में राज्यों के हिसाब से सीटों का जो ब्यौरा सामने आया है वह बेहद दिलचस्प है।
सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में एनडीए को 80 में से 76 सीटों पर जीत मिल सकती है। वहीं यूपीए और अन्य को केवल दो सीटें जीतने का अनुमान है। बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से 35 सीटें एनडीए जीत सकती है जबकि यूपीए के खाते में 5 सीटें जाने का अनुमान है। महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटों में से एनडीए 37 सीटें जीत सकती है जबकि विपक्षी दल बाकी 11 सीटों पर जीत हासिल कर सकते हैं। तमिलनाडु में डीएमके की अगुवाई वाली सत्तारूढ़ यूपीए राज्य की कुल 39 लोकसभा सीटों से 38 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है जबकि बची हुई एक सीट एनडीए के खाते में जाने का अनुमान है। वहीं एलडीएफ के शासन वाले राज्य केरल में गैर-बीजेपी विपक्ष लोकसभा की सभी 20 सीटों पर जीत हासिल सकता है। टीएमसी शासित पश्चिम बंगाल में लोकसभा की कुल 42 सीटों में से ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस 26 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है, एनडीए के खाते में 14 सीटें और यूपीए को दो सीटें मिलने का अनुमान है।
सर्वे एजेंसी की ओर से दिया गया राज्यवार ब्यौरा :
गुजरात : कुल सीटें-26, एनडीए-26, यूपीए-0
महाराष्ट्र : कुल सीटें-48, एनडीए-37, यूपीए-11
गोवा : कुल सीटें-2, एनडीए-2
राजस्थान : कुल सीटें-25, एनडीए-25
मध्य प्रदेश : कुल सीटें-29, एनडीए-28, यूपीए-1
छत्तीसगढ़ : कुल सीटें-11, एनडीए-10, यूपीए-1
पश्चिम बंगाल : कुल सीटें-42, एनडीए-14, यूपीए-2, अन्य (टीएमसी)-26
बिहार : कुल सीटें-40, एनडीए-35,यूपीए-5
झारखंड: कुल सीटें-14, एनडीए-13, यूपीए-1
ओडिशा: कुल सीटें-21, एनडीए-11, यूपीए-2, अन्य (बीजेडी सहित)- 8
हिमाचल प्रदेश : कुल सीटें-4, एनडीए-4
पंजाब : कुल सीटें-13, एनडीए-3, यूपीए-3, अन्य (आप सहित) 7
हरियाणा : कुल सीटें-10, एनडीए-9, यूपीए-1
जम्मू- कश्मीर, लद्दाख: कुल सीटें-6, एनडीए-3, यूपीए-0, अन्य-3
दिल्ली : कुल सीटें-7, एनडीए-7, यूपीए-0, अन्य-0.
उत्तर प्रदेश : कुल सीटें-80, एनडीए-76, यूपीए-2, अन्य-2
उत्तराखंड : कुल सीटें-5, एनडीए-5, यूपीए-0
तेलंगाना : कुल सीटें-17, एनडीए-6, यूपीए-2, अन्य (टीआरएस समेत)-9
आंध्र प्रदेश : कुल सीटें-25, एनडीए-0, अन्य (वाईएसआर कांग्रेस सहित)-25
कर्नाटक : कुल सीटें-28, एनडीए-23, यूपीए-4 अन्य-1
तमिलनाडु : कुल सीटें-39, एनडीए-1, यूपीए (डीएमके सहित)-38, अन्य-0
केरल : कुल सीटें-20, एनडीए-0, यूपीए-20, अन्य-0
त्रिपुरा : कुल सीटें-2, एनडीए-2, यूपीए-0.
असम : कुल सीटें-14, एनडीए-11, यूपीए-1, अन्य-2
उत्तर-पूर्व के राज्य : कुल सीटें-9, एनडीए-7, यूपीए-1, अन्य-1
अन्य केंद्र शासित प्रदेश: कुल सीटें-6, एनडीए-4, अन्य-0
सर्वे में प्रधानमंत्री पद के लिए जब लोगों से उनकी पहली पसंद के बारे में पूछा गया तो 48 फीसदी लोगों ने कहा कि वे नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहेंगे। मोदी के बाद राहुल गांधी को 11 फीसदी लोगों ने पंसद किया। ममता बनर्जी को 8 फीसदी, सोनिया गांधी को 7 फीसदी, मायावती को 6 फीसदी और अरविंद केजरीवाल को 5 फीसदी लोगों ने पीएम के तौर पर अपनी पहली पसंद बताया। वहीं नीतीश कुमार 4 फीसदी, के. चंद्रशेखर राव 3 फीसदी और प्रियंका वाड्रा 2 फीसदी लोगों के लिए पीएम के रूप में पहली पसंद हैं।
यह पूछे जाने पर कि मोदी का सबसे मजबूत राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी कौन है, जवाब देनेवालों में से 32 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी का समर्थन किया जबकि 19 फीसदी लोगों ने अरविंद केजरीवाल को चुना। 11 फीसदी लोगों ने ममता बनर्जी का समर्थन किया और 8 फीसदी लोगों ने सोनिया गांधी और 8 फीसदी लोगों ने ही नीतीश कुमार का समर्थन किया। इंडिया टीवी-मैट्रिज़ ओपिनियन पोल 'देश की आवाज़' के लिए 11 जुलाई से 24 जुलाई के बीच सर्वे का काम हुआ । यह सर्वे देश के 543 संसदीय क्षेत्रों में से 136 संसदीय क्षेत्रों में कराया गया। इसके लिए 34 हजार लोगों के सैंपल्स लिए गए जिनमें 19,830 पुरुष और 14,170 महिलाएं थीं।