नयी दिल्ली। न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच रविवार को हुए विश्व कप फाइनल को ‘वर्षों तक याद रखा जाने वाला’ मुकाबला बताते हुए भारत के स्टार बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि उनका मानना है कि दोनों टीमों को ट्राफी दी जानी चाहिए थी और आईसीसी को अपने कुछ नियमों पर विचार करना चाहिए। न्यूजीलैंड ने विश्व कप फाइनल में पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 241 रन बनाए जिसके जवाब में इंग्लैंड की टीम भी 50 ओवर में 241 रन पर आउट हो गए और मैच टाई हो गया।
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मैच के नतीजे के लिए सुपर ओवर का सहारा लिया गया लेकिन सुपर ओवर में भी दोनों टीमों ने समान 15-15 रन बनाए जिसके बाद मेजबान इंग्लैंड को मैच में अधिक बाउंड्री लगाने के कारण विश्व चैंपियन घोषित किया गया। बाउंड्री के आधार पर इंग्लैंड को विश्व चैंपियन बनाए जाने की नियम पर हालांकि क्रिकेट जगत के कई धुरंधरों ने सवाल उठाए हैं और उनमें पुजारा भी शामिल हैं। पुजारा ने यहां इंडियन आयल के एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि कोई टीम हारी है। मुकाबला टाई था और मुझे लगता है कि दोनों टीमों को ट्राफी दी जानी चाहिए थी। लेकिन फैसला आईसीसी को करना होगा और उन्हें नियमों को लेकर सोच-विचार करना होगा।
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भारत के मध्यक्रम के इस बल्लेबाज ने कहा कि इससे पहले विश्व कप फाइनल में कभी इस तरह की चीज नहीं हुई। मुझे नियमों के बारे में अधिक जानकारी नहीं है और अब भी काफी चीजें सीख रहा हूं। न्यूजीलैंड के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए पुजारा ने कहा कि न्यूजीलैंड टीम के साथ थोड़ा गलत हुआ, वे इतना अच्छा खेले। कुल मिलाकर हालांकि यह क्रिकेट का काफी अच्छा मुकाबला रहा और इसी चीज के लिए इस मैच को वर्षों तक याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि आईसीसी को इस (नियमों पर) पर गौर करना होगा और उम्मीद करता हूं कि वे ऐसा करेंगे। ऐसा अकसर नहीं होता कि मैच टाई होने के बाद सुपर ओवर भी टाई हो जाए। उम्मीद करता हूं कि आईसीसी इस पर गौर करेगी।