By विजयेन्दर शर्मा | Jul 24, 2021
हमीरपुर। युवाओं में बुक-कीपिंग, जीएसटी और आयकर अनुपालन से जुड़ा आवश्यक कौशल विकसित करने के लिए सफल प्रशिक्षण देकर उनका कौशल विकास करने और फिर उन्हें रोजगार पाने योग्य बनाने की दिशा में अहम योगदान देने के अपने निरंतर प्रयासों के तहत माननीय सूचना व प्रसारण और युवा कार्य एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने इससे पहले लेखा सहायक योजना के नाम से आईसीएआई एआरएफ का पायलट कार्यक्रम शुरू किया था। इसे अब तत्काल प्रभाव से लागू किया जा रहा है।
स्थानीय युवाओं को अत्यंत आसानी से स्थानीय स्तर पर रोजगार पाने योग्य बनाने के लिए उनका सतत कौशल विकास करने की दिशा में काफी अहम मानी जा रही यह योजना हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से एक पायलट परियोजना के रूप में शुरू की जा रही है और यह https://aas.icaiarf.org.in/ पर उपलब्ध होगी।
यह योजना 21 वर्ष से अधिक उम्र के युवाओं के लिए है और इस योजना के तहत स्थानीय युवाओं को लेखांकन और टैक्स अनुपालन से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिन्हें विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण माना जाता है। यह कार्यकुशलता को प्रोत्साहन देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इन्हें किफायती शुल्क पर उपलब्ध कराया जा रहा है। प्राप्त अनुभव के आधार पर छात्रों को स्थानीय स्तर पर नौकरी ढ़ूंढ़ने में सहायता मिलेगी और समर्पित पोर्टल के माध्यम से उन्हें पूरे देश में उपलब्ध रोजगार के विभिन्न अवसरों के बारे में जानकारी मिलेगी।केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्य एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, “आईसीएआई एआरएफ की यह पायलट परियोजना हमीरपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र, हिमाचल प्रदेश के युवाओं के लिए लॉन्च की गई है। यह योजना उन छात्रों को सहायता प्रदान करेगी जिनकी आयु 21 वर्ष से अधिक है और इस योजना के तहत स्थानीय युवाओं को बुक कीपिंग, जीएसटी प्रपत्र दाखिल करने और जीएसटी की टैक्स प्रक्रिया को समझने से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा।”आईसीएआई एआरएफ के बारे में
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने आईसीएआई एकाउंटिंग रिसर्च फाउंडेशन (आईसीएआई एआरएफ) की स्थापना की, जोकि लेखांकन, लेखा परीक्षा, पूंजी बाजार, राजकोषीय नीतियों, मौद्रिक नीतियों और अन्य संबंधित विषयों से जुड़े क्षेत्रों में शोध का एक प्रमुख निकाय है। पिछले कुछ सालों में, एक अकादमी के रूप में इस फाउंडेशन ने लेखाकार्य (एकाउंटेंसी) के पेशे से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान, सीखने की प्रक्रिया, शिक्षा और समझ प्रदान करने, उसका प्रसार करने और उसे बढ़ावा देने के अपने कार्यक्रम में तेजी लाई है।