By अनुराग गुप्ता | Jul 30, 2020
नयी दिल्ली। वर्षों तक कोर्ट-कचहरी की लड़ाई के बाद आखिरकार राम मंदिर का मार्ग सुगम हो सका और अब 5 अगस्त को प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। इसी बीच सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी की तस्वीर वायरस हो रही है। जिसे 1991 में अयोध्या में खींचा गया था। उस वक्त इस तस्वीर को फोटोग्राफर महेंद्र त्रिपाठी ने खींचा था।
जब मोदी ने कहा था- मैं वापस आऊंगा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बात करते हुए कहा था कि जब राम मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू होगा तभी मैं वापस आऊंगा। फोटोग्राफर ने बताया कि नरेंद्र मोदी भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के साथ अप्रैल 1991 में अयोध्या आए थे और उन्होंने विवादित क्षेत्र का दौरा किया था। इसी बीच मुरली मनोहर जोशी ने मोदी का परिचल गुजरात के भाजपा नेता के तौर पर करवाया था। इस दौरान फिर मैंने और पत्रकार साथियों ने जब उनसे पूछा था कि अब आप कब आएंगे तब उन्होंने कहा था कि जिस दिन राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा मैं लौटकर आऊंगा।
तब से लेकर आज तक नरेंद्र मोदी अयोध्या नहीं गए। हां, उन्होंने कई बार फैजाबाद में चुनावी रैलियों को जरूर संबोधित किया। फिर चाहे वह 2009 की बात हो, 2014 की या फिर 2019 की। अब पांच अगस्त ही वह दिन है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने वादे को पूरा करने के लिए अयोध्या आएंगे और वह मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। अयोध्या में साल 2023 तक राम मंदिर के निर्माण का कार्य पूर्ण हो सकता है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही इसका उद्धाटन कर सकते हैं।
भूमि पूजन समारोह को लेकर अयोध्या में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतेजाम किए गए हैं। इलाके में केंद्रीय बल की तैनाती की गई। साथ ही साथ केंद्रीय बलों को सोने-चांदी की ईंट और जेवरातों की रक्षा करने का भी काम सौंपा गया है।
जब से मंदिर निर्माण का रास्त सुगम हुआ है तब से रामभक्तों ने मंदिर अलग-अलग रूप में सोना-चांदी भेजना शुरू कर दिया है। हालांकि भूमि पूजन की तारीख का ऐलान हो जाने के बाद से संख्या में और भी ज्यादा इजाफा हो गया है। अब तो ट्रस्ट के सदस्यों को भी समझ में नहीं आ रहा है कि इतने ज्यादा सोने-चांदी का इस्तेमाल कहां और कैसे किया जाए।
धनराशि से करें मंदिर निर्माण में मदद
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक वीडियो संदेश जारी कर भक्तों से सोने-चांदी की बजया धनराशि के जरिए सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम पहले ही बैंक डीटेल साझा कर चुके हैं ताकि मंदिर निर्माण के लिए भक्त सहयोग दे सकें।