'अपने विधायकों को संभाल कर रखे भाजपा', दीपेंद्र हुड्डा बोले- नाराज नहीं है हमारा कोई विधायक

By अनुराग गुप्ता | Jun 02, 2022

नयी दिल्ली। राज्यसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां सतर्क हो गई हैं। ऐसे में ग्रैंड ओल्ड पार्टी ने हरियाणा के अपने विधायकों को एकत्रित करके छत्तीसगढ़ भेजने का फैसला किया है। क्योंकि पार्टी को डर है कि खरीद-फरोख्त की राजनीति हो सकती है, इसलिए कांग्रेस ने एक बार फिर से रिसॉर्ट वाली रणनीति तैयार की है। आपको बता दें कि राज्यसभा चुनाव के लिए 10 जून को मतदान होने वाला है। ऐसे में कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। 

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इसी बीच कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा का बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने भाजपा को अपने विधायकों को संभालकर रखने की नसीहत दी है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि कोई विधायक नाराज नहीं हैं, सभी विधायक वहां (छत्तीसगढ़) पहुंचेंगे। मैं भाजपा को कहना चाहता हूं कि हरियाणा में भाजपा अपने विधायकों को संभाल कर रखे। वहीं, हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल ने बताया कि हम लोग 'चिंतन और प्रशिक्षण शिविर' के लिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 28 विधायक 'चिंतन और प्रशिक्षण शिविर' के लिए जा रहे हैं। 28 विधायकों में अलावा विधायक किरण चौधरी और दो अन्य भी बाद में हमसे जुड़ेंगे।

कांग्रेस को सता रहा क्रॉस वोटिंग का डर

आपको बता दें कि हरियाणा के विधायकों को दिल्ली लाया गया है, जहां से एक निजी विमान के माध्यम से इन विधायकों को रायपुर ले जाया जाएगा। हालांकि इस बात की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है कि पार्टी के दिग्गज नेता कुलदीप विश्नोई भी साथ हैं या नहीं। क्योंकि कुलदीप विश्नोई अजय माकन की उम्मीदवारी से नाराज बताए जा रहे हैं। कांग्रेस में राज्यसभा उम्मीदवारों को लेकर पहले से ही घमासान मचा हुआ है। ऐसे में पार्टी को विधायकों के क्रॉस वोटिंग का डर ज्यादा सता रहा है। 

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अजय माकन की बढ़ी चिंता

कार्तिकेय शर्मा ने हरियाणा से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया है। ऐसे में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी जजपा ने कार्तिकेय शर्मा को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। हरियाणा में किसी भी उम्मीदवार को जीत के लिए 31 वोटों की जरूरत है। भाजपा के पास 41 विधायक हैं और सहयोगी जजपा के पास 10 विधायक मौजूद हैं। जबकि कांग्रेस के पास 31 विधायक मौजूद हैं लेकिन डर इस बात का है कि अगर एक भी विधायक क्रॉस वोटिंग करने पाया तो राज्यसभा की कुर्सी सीधे कार्तिकेय शर्मा के पास चली जाएगी।

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