By अनुराग गुप्ता | Jul 04, 2022
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया। इसके बाद उन्होंने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि हम शिवसैनिक हैं और हमेशा बालासाहेब और आनंद दिघे के शिवसैनिक रहेंगे। मैं आप सभी को याद दिलाना चाहता हूं कि वहां कौन था जिसने बालासाहेब के मतदान पर 6 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले मुझे महाविकास अघाड़ी सरकार में मुख्यमंत्री बनाया जाना था... लेकिन बाद में अजित दादा (अजीत पवार) या किसी ने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए। मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई और मैंने उद्धव जी से कहा कि आगे बढ़ो और मैं उनके साथ हूं। उस पोस्ट पर मेरी कभी नजर नहीं पड़ी।
शिंदे ने जीता विश्वास मत
मुख्यमंत्री ने सदन में विश्वास मत हासिल किया। 288 सदस्यीय सदन में 164 विधायकों ने विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया, जबकि 99 विधायकों ने इसके खिलाफ वोट किया। तीन विधायक वोटिंग से दूर रहे, जबकि कांग्रेस के अशोक चव्हाण और विजय वडेट्टीवार समेत 21 विधायक विश्वास मत के दौरान अनुपस्थित रहे।
गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे पिछले महीने शिवसेना के खिलाफ बागी हो गए थे। जिसके बाद उनके खेमे में लगातार विधायकों की संख्या में इजाफा हुआ। जिसके कारण उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार गिर गई। उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।