By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 27, 2017
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने आज कहा कि भगवा आतंकवाद कुछ नहीं होता यह तो कांग्रेस और यूपीए सरकार की ओर से रचा गया एक षड्यंत्र था जिसका मैं शिकार हुई। बंबई उच्च न्यायालय से मालेगांव मामले में जमानत मिलने के दो दिन बाद साध्वी प्रज्ञा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कांग्रेस के षड्यंत्र का मीडिया भी शिकार हो गया था और भगवा आतंकवाद जैसे शब्द गढ़ दिये गये थे। उन्होंने कहा कि पहले तो मीडिया ने मुझे आतंकवादी तक कह दिया था लेकिन बाद में उसका मत बदलता नजर आया।
उन्होंने कहा कि मैंने नौ साल के लंबे समय तक अन्याय झेला है। प्रज्ञा ने कहा कि मुंबई एटीएस मुझे गैरकानूनी तरीके से सूरत से लेकर गयी थी और मुझे काफी प्रताड़ित किया गया। उन्होंने कहा कि जब मुझे हिरासत में लिया गया था तब मैं पूरी तरह स्वस्थ थी लेकिन मुझे शारीरिक और मानसिक रूप से इतना प्रताड़ित किया कि मैं पांच दिनों तक वेंटिलेटर पर रही और अब पराश्रित हूँ।
साध्वी ने कहा कि पी. चिदंबरम ने 'भगवा आतंकवाद' शब्द गढ़ा क्योंकि वह अधर्मी हैं और ऐसे लोग ही इस तरह की बातें कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं आत्मबल के चलते आज आपके समक्ष हूँ वरना कांग्रेस ने मुझे खत्म करने का पूरा षड्यंत्र कर रखा था। उन्होंने कहा कि मैंने अदालत में भी कहा था कि हेमंत करकरे तथा कुछ अन्य पुलिस अधिकारियों ने मुझे इतना प्रताड़ित किया था कि स्वतंत्र क्या परतंत्र भारत में भी स्त्री शरीर को कभी इतना प्रताड़ित नहीं किया गया होगा। उन्होंने कहा कि भगवा आतंकवाद सिद्ध करने के लिए कांग्रेस सरकार ने एक पूरी कहानी गढ़ी थी और उसको साबित करने के लिए पूरा षड्यंत्र रचा गया था।
उन्होंने कहा कि मैं अभी आरोपों से अर्धमुक्त हुई हूँ और चूंकि अभी जमानत पर हूँ इसलिए खुद को आधा मुक्त महसूस कर रही हूँ। प्रज्ञा ने कहा कि मैं अस्वस्थ हूँ और अब अपना इलाज कराने के लिए स्वतंत्र हूँ। उन्होंने अपने खिलाफ चल रहे मामलों पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया क्योंकि मामले अभी न्यायालय में हैं। प्रज्ञा ने हालांकि खुद को पूरी तरह बेकसूर बताया।