हिमाचल प्रदेश में 'समोसा' को लेकर सीआईडी जांच को लेकर विवाद पैदा होने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि कुछ अधिकारियों के कदाचार और दुर्व्यवहार की जांच के आदेश दिए गए थे। सुक्खू ने कहा कि सीआईडी जांच समोसे के बारे में नहीं थी, जैसा कि मीडिया ने दिखाया, बल्कि यह अधिकारियों के दुर्व्यवहार का पता लगाने के लिए थी। उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे को लेकर उनके खिलाफ भाजपा का हमला बचकाना था और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद से पार्टी उनके खिलाफ बदनामी का अभियान चला रही है।
बता दें कि अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) मुख्यालय में 21 अक्टूबर को एक समारोह में भाग लेने गए मुख्यमंत्री को परोसने के लिए लक्कड़ बाजार स्थित एक होटल से समोसे और केक लाया गया था। हालांकि, पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी द्वारा की गई जांच की रिपोर्ट के अनुसार खाने की चीजें समन्वय की कमी के कारण सुरक्षा कर्मचारियों को परोसी गई थीं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के पूर्व प्रमुख सतपाल सत्ती ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार ‘समोसे की जांच’ का आदेश देकर हंसी का पात्र बन गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस को छोटे-मोटे मामलों पर अपना समय बर्बाद करने के बजाय मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर सचिवालय तक के अनेक घोटालों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। तने छोटे से मामले की जांच कराना और फिर उसे सरकार विरोधी कृत्य बता देना आश्चर्यजनक है। मुझे लगता है कि कांग्रेस सरकार को लोगों की कोई चिंता नहीं है, क्योंकि उनकी मुख्य चिंता यह है कि उनके समारोहों में समोसे कैसे परोसे जा रहे हैं। यह सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है और हंसी का पात्र बन गई है।