चलिए आज हम आपको हैदराबादी जीएसटी दम बिरयानी बनाना सिखाते हैं। सबसे पहले 12 प्रतिशत जीएसटी की लागत से खरीदा गया स्टील का भगोना लीजिए। उसमें 5 प्रतिशत जीएसटी वाला एक किलो पैकेज्ड चिकेन डालिए। फिर 5 प्रतिशत जीएसटी वाला दही, लाल मिर्च, निंबू, जीएसटी वाला अदरक, जीएसटी वाला गरम मसाला, जीएसटी वाला घी और फिलहाल जीएसटी की मोहमाया से मुक्त प्याज के टुकड़ों वाला फ्राई उसमें मिला दीजिए। अब उसे अच्छे से फेंटिए। इसे तब तक फेंटिए जब तक कि सारी जीएसटी एक-दूसरे पर अपना असर दिखाना शुरु न कर दे। इसके बाद इसे आधे घंटे के लिए 28 प्रतिशत जीएसटी देकर खरीदे गए रेफ्रिजिरेटर में रख दीजिए।
अब आप 12 प्रतिशत वाला एक अल्युमीनियम पात्र लीजिए। इस पात्र को 18 प्रतिशत जीएसटी देकर खरीदे गए गैस चूल्हे पर चढ़ा दीजिए। लगभग साढ़े ग्यारह सौ पचास रुपए देकर खरीदे गए सिलेंडर को चालू कर 18 प्रतिशत जीएसटी देकर खरीदे गए लाइटर या फिर 12 प्रतिशत जीएसटी वाली माचिस की तिलिया से सुलगाइए। अब जीएसटी वाले अल्युमीनियम पात्र में पैसा देकर खरीदा गया बबल वाटर डालिए। पानी के उबलने पर 5 प्रतिशत वाला मिक्स्ड मसाला डालना न भूलें। इसके बाद अभी के लिए जीएसटी मुक्त नमक डालिए। अब बारी आती है 5 प्रतिशत जीएसटी वाले बिरयानी चावल की। इसे भी उस पात्र में डाल दीजिए। लगभग तीन चाथाई पक जाने पर इसे उतार दीजिए।
इस तरह पके बिरयानी चावल के आधे हिस्से को 12 प्रतिशत जीएसटी वाली स्टील की हांडी की सतह पर 12 प्रतिशत जीएसटी वाला मक्खन लगाकर डाल दीजिए। इसके बाद जीएसटी चिकेन डालिए। अब बचा हुआ बिरयानी चावल डाल दीजिए। हांडी के चारों ओर 5 प्रतिशत जीएसटी वाला मैदा लेप दीजिए। उस पर ढक्कन चिपका दीजिए। इसे चूल्हे पर 40 से 45 मिनट तक पकने दीजिए। समय का अनुमान ठीक से लग सके इसके लिए 28 प्रतिशत जीएसटी देकर खरीदी गई घड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं। लीजिए तैयार हो गयी हैदराबादी जीएसटी दम बिरयानी। बिना देर किए जीएसटी देकर खरीदी गई प्लेटों में इसे परोस दीजिए। एक निवाला मुँह में जाते ही आप खुद कह उठेंगे– वाह भई वाह! इसे कहते हैं हैदराबादी जीएसटी वाली दम बिरयानी।
- डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’
(हिंदी अकादमी, तेलंगाना सरकार से सम्मानित नवयुवा व्यंग्यकार)