By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 30, 2022
सेंट पीटर्सबर्ग। अमेरिका के दक्षिण पश्चिमी फ्लोरिडा में आए चक्रवात ‘इयान’ ने भारी तबाही मचाई है और सर्वाधिक नुकसान बुनियादी ढांचे को पहुंचा है। बिजली गुल होने के कारण करीब 25 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। चक्रवात के कारण आई बाढ़ में डूबे घरों में लोग बृहस्पतिवार को फंसे रहे। चक्रवात के कारण एक महत्वपूर्ण पुल का मुख्य क्षेत्र से संपर्क टूट गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बृहस्पतिवार को आधिकारिक रूप से इसे आपदा घोषित किया।
अमेरिका में आए सबसे शक्तिशाली चक्रवातों में से एक इयान ने बुधवार को फ्लोरिडा प्रायद्वीप में तबाही मचाई और यहां भारी बाढ़ के हालात बन गए। चक्रवात ‘इयान’ के प्रभाव के चलते फ्लोरिडा और दक्षिण-पूर्वी अटलांटिक तट तक के क्षेत्र में भारी बारिश दर्ज की गई। अधिकारियों ने फ्लोरिडा में चक्रवात के चलते कम से कम एक मौत की पुष्टि की है। वोलुसिया काउंटी शेरिफ कार्यालय ने एक बयान में कहा कि डेटोना बीच के पास डेल्टोना में 72 वर्षीय व्यक्ति बृहस्पतिवार तड़के अपने घर के पीछे एक नहर में मृत पाया गया। फ्लोरिडा के एक अन्य शेरिफ ने कहा, उन्हें लगता था कि मृतक संख्या ‘‘सैकड़ों’’ में होगी। वहीं, चक्रवात के कारण क्यूबा में दो लोगों की मौत हो गई। संघीय आपात प्रबंधन एजेंसी के प्रशासक डीन क्रिसवेल ने कहा कि एजेंसी तलाशी और बचाव अभियान में सहायता कर रही है।
ली काउंटी शेरिफ कारमाइन मार्सेनो ने चैनल एबीसी से कहा कि उनके कार्यालय को मदद के लिए काउंटी से सैकड़ों कॉल प्राप्त हो रही हैं, लेकिन मार्गों और पुल से संपर्क टूटने के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय चक्रवात केंद्र (एनएचसी) ने कहा कि इयान बृहस्पतिवार तड़के एक उष्णकटिबंधीय तूफान में तब्दील हो गया और बाद में दिन में कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र के पास अटलांटिक जलक्षेत्र पर इसके तूफान के तौर पर उभरने की संभावना है। पूर्वानुमान जताया गया है कि चक्रवात का अगला पड़ाव अमेरिका के साउथ कैरोलीना में होगा।
फ्लोरिडा के तट के पास पोर्ट चार्लोट में चक्रवात की वजह से एक अस्पताल के भूतल में जलजमाव हो गया और चौथे तल की छत क्षतिग्रस्त हो गई जहां आईसीयू स्थित है। अस्पताल में काम करने वाली एक डॉक्टर ने यह जानकारी दी। पोर्ट चार्लोट पर स्थित एचसीए फ्लोरिडा फॉसेट अस्पताल में काम करने वाली डॉक्टर बरजिट बोडाइन ने बताया कि बुधवार को पानी अस्पताल के आईसीयू तक पहुंच गया जिसके कारण गंभीर रूप से बीमार मरीजों को बाहर निकाला गया और उनमें से कुछ को अन्य मंजिल पर पहुंचाया गया।