By रेनू तिवारी | Aug 21, 2022
बॉलीवुड के लिए हिंदू धर्म को टारगेट करना लगता है काफी आसान हो गया है इस लिए एक विवाद खत्म नहीं होता कि दूसरा शुरू हो जाता है। राधे-कृष्णा की अश्लील मुर्ति, महाकाली का सिगरेट पीते हुए पोस्टर, फिल्म पीके में लापता भगवान जैसी बेहूदा चीजें दिखाने के बाद अब इनकी हिम्मत इतनी बढ़ गयी हैं कि महाकाल का अपमान करने पर ये अमादा हो गये हैं। यह बात हम नहीं कह रहे हैं ये सोशल मीडिया पर की गयी कुछ पोस्ट के अंश हैं। हाल ही में जमैटो का एक एड जारी हुआ है जिसे बॉलीवुड के स्टार ऋतिक रोशन ने किया है। जिसमें उन्होंने 'महाकाल थाली' की बात कही। इस तरह के एड या चीजें सीधे तौर पर भगवान को टाकगेट करके लाइमलाइट में आने के लिए बनायी जाती हैं।
लेकिन सवाल है कि आखिर क्यों हमेशा हिंदू धर्म को ही टारगेट किया जाता है? इसी सवाल का जवाब मांगेते हुए उज्जैन मंदिर के पुजारी ने जमैटो कंपनी के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया है और कहा कि आखिर इस तरह की चीजें बार बार क्यों कि जाती हैं। हम हिंदू है, हम नम्र स्वाभव के हैं इस लिए हमारे सब्र का इम्तेहान लिया जा रहा है यही अगर किसी और धर्म के लिए किया जाता अब तक खून बह जाता जमैटो कंपनी में आग लगा दी जाती। पुराजी ने कहा कि मेरा निवेदन है ये चीजे बंद की जाएं। एड को बैन किया जाए।
मध्य प्रदेश में महाकालेश्वर मंदिर के पुजारियों द्वारा बॉलीवुड अभिनेता ऋतिक रोशन की ऑनलाइन फूड डिलीवरी फर्म जोमैटो के विज्ञापन पर आपत्ति जताए जाने के एक दिन बाद राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उन्होंने पुलिस को मामले की जांच करने का निर्देश दिया है। श्री मिश्रा ने रविवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रथम दृष्टया सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा विज्ञापन वीडियो मॉर्फ्ड लगता है।
प्रसिद्ध मंदिर के दो पुजारियों ने शनिवार को जोमैटो से हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का दावा करते हुए विज्ञापन वापस लेने की मांग की थी। विज्ञापन में ऋतिक रोशन कहते हैं कि उन्हें उज्जैन में एक "महाकाल थाली" (खाने की थाली) खाने का मन कर रहा था, इसलिए उन्होंने इसे "महाकाल" से मंगवाया।
श्री मिश्रा ने कहा, प्रथम दृष्टया, सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा विज्ञापन वीडियो मॉर्फ्ड लगता है। मैंने उज्जैन के पुलिस अधीक्षक को वीडियो की वास्तविकता को देखने और मुझे रिपोर्ट करने के लिए कहा है ताकि कार्रवाई शुरू की जा सके। अपराधी। मंदिर के पुजारी महेश और आशीष ने कहा था कि जोमैटो को तुरंत विज्ञापन वापस लेना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि भक्तों को एक थाली पर 'प्रसाद' परोसा जाता है और विज्ञापन हिंदुओं की भावनाओं को आहत करता है।
पुजारियों ने कहा कि उन्होंने उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह से भी संपर्क किया, जो महाकाल मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है ताकि कोई भी फिर से हिंदू धर्म का मजाक न उड़ाए। कलेक्टर सिंह ने शनिवार को विज्ञापन को 'भ्रामक' करार देते हुए कहा कि मंदिर में मुफ्त भोजन 'प्रसाद' के रूप में दिया जाता है और इसे बेचा नहीं जाता है। भगवान शिव को समर्पित महाकालेश्वर या महाकाल मंदिर देश के 12 'ज्योतिर्लिंगों' में से एक है और बड़ी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है।