By अभिनय आकाश | Apr 29, 2025
ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की कई बार बात की और उसके तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को कनाडा का गवर्नर संबोधित किया था। ट्रंप के इस कदम का लिबरल नेता ने करा विरोध किया था और मुखर रुप से उभरकर सामने आए। ट्रंप के इन कदमों से कनाडा की जनता में आक्रोश बढ़ गया और राष्ट्रवाद की भावना प्रबल होने के कारण लिबरल पार्टी को जीतने में मदद मिली। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने देश के संघीय चुनाव में सोमवार को लिबरल पार्टी की जीत के बाद अपने संबोधन में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रंप देश के लोगों को तोड़ना चाहते हैं।
ओटावा में विक्ट्री स्पीच के दौरान मार्क कार्नी ने कहा कि नई सरकार की जिम्मेदारियों में से एक संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ चल रहे तनावों के मद्देनजर सबसे बुरे हालात के लिए तैयार रहना होगा। कार्नी ने कहा कि सा कि मैं महीनों से चेतावनी दे रहा हूं, अमेरिकी हमारी जमीन, हमारे संसाधन, हमारा पानी, हमारा देश चाहते हैं। कार्नी के ऐसा बोलते ही वहां दर्शकों की तरफ से जोर जोर से हूटिंग की जाने लगी। कार्नी ने कहा कि लेकिन ये बेकार की धमकियाँ नहीं हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प हमें तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि अमेरिका हम पर कब्ज़ा कर सके। ऐसा कभी नहीं होगा, ऐसा कभी नहीं होगा, कभी नहीं होगा। सीबीसी के अनुसार, कनाडा की कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोलीवरे ने लिबरल पार्टी को बधाई दी और कहा कि वे अगली संसद को जवाबदेह ठहराएँगे।
चुनावी विश्लेषकों के अनुसार, शुरुआत में कनाडा में माहौल लिबरल पार्टी के समर्थन में नहीं दिख रहा था लेकिन ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की कई बार बात की और उसके तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को कनाडा का गवर्नर संबोधित किया। उन्होंने कनाडा पर जवाबी शुल्क भी लगाए। ट्रंप के इन कदमों से कनाडा की जनता में आक्रोश बढ़ गया और राष्ट्रवाद की भावना प्रबल होने के कारण लिबरल पार्टी को जीतने में मदद मिली। कार्नी ने ओटावा में अपने विजय संबोधन में समर्थकों को संबोधित करते हुए अमेरिका की धमकियों के आगे कनाडा की एकता पर जोर दिया।