गृह ऋण: कम आय वाले लोग कैसे करें आवेदन? क्या बरतें सावधानियां?

By कमलेश पांडे | Oct 26, 2018

एक सुंदर सा घर हो अपना- इस बात का सपना तो बहुत लोग देखते हैं, लेकिन इसे साकार करने के लिए माकूल जुगत बहुत कम लोग ही बिठा पाते हैं। ऐसा इसलिए कि किसी के पास नियमित आय का अभाव होता है तो किसी के पास ऋण जमानत दाता का। लिहाजा, यदि आप अपने सपनों के घर को वित्तपोषित करने के लिए, एक विश्वसनीय ऋणदाता की तलाश करते हैं और इसके लिए आवेदन जैसे ही जमा करते हैं तो सबसे पहले ऋणदाता आपकी आय, नौकरी की स्थिरता, पुनर्भुगतान क्षमता आदि का मूल्यांकन करता है। इन सबसे सन्तुष्ट होने के बाद ही वह आपकी गृह ऋण याचिका को मंजूरी देता है।

 

अतएव, कहना न होगा कि इस पूरे बंधक वित्त पोषण प्रक्रिया में किसी भी आवेदक के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक यह है कि आप ऋणदाता द्वारा निर्धारित और निर्दिष्ट आय मानदंडों को पूरा कर रहे हैं अथवा नहीं! क्योंकि यदि आपके पास कम आय है तो आपका आवेदन निःसन्देह अस्वीकार किया जा सकता है, जो किसी भी प्रभावित आवेदक के लिए हैरानी की बात होती है। लेकिन इस समस्या का सरल उपाय यह है कि आपको उन्हीं ऋणदाता को आवेदन करना चाहिए, जहां आप गृह ऋण योग्यता सम्बन्धी तमाम मानदंडों को पूरा करते हैं। यदि ऐसा नहीं है तो आप सह-आवेदक के साथ भी आवेदन कर सकते हैं और अपने तथा अपने सह-आवेदक के बीच अपना जोखिम भी अलग कर सकते हैं। इसलिए चिंता मत कीजिये, क्योंकि बैंक बाजार में बहुत सी ऐसी योजनाएं हैं जो आपके गृह ऋण तनाव को हल्का या फिर पूरी तरह से खत्म कर सकती हैं।

 

जानिए क्या है नई होम लोन स्कीम? क्या हैं इसकी प्रमुख बातें

 

इस बारे में हमें सर्वप्रथम उन योजनाओं पर नज़र डालनी चाहिए जहां पर कोई भी जरूरतमंद आवेदक 'नंगे' आय की सुविधा के साथ अपने आवासीय सपनों को पूरा कर सकते हैं। इसलिए यहां पर हम 'आईआईएफएल होम लोन' की एक नई होम लोन स्कीम 'एनएचएलएस' के बारे में यहां बता रहे हैं। दरअसल, यह नई गृह ऋण योजना 'एनएचएलएस' प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर पर्याप्त वित्त पोषण के साथ आपको आपके सपनों के घरों के निर्माण में औसत भारतीय मध्यम श्रेणी के लोगों को आंतरिक निर्णय शक्ति प्रदान करती है। क्योंकि यह फायदेमंद और रचनात्मक परिवर्तन के साथ एक अभूतपूर्व तरीके से अपरिचित लोगों के जीवन को भी उजागर करेगा और यथोचित मदद करेगा।

 

बताते चलें कि 'एनएचएलएस' के बारे में पांच बेहद महत्वपूर्ण बात निम्नलिखित है- पहला, कोई भी भारतीय नागरिक चाहे वह वेतनभोगी या फिर स्व-नियोजित हो, इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। विशेषकर निम्न आय श्रेणी वाले निवासी भारतीय भी इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। हालांकि वह इसके लिए पूर्ववत तय नियम और शर्तों के अधीन ही ऐसा कर सकते हैं।

 

दूसरा, यह योजना ऋण धारकों को संरचित आय दस्तावेजों से स्वतंत्रता प्रदान करती है। हलांकि इस योजना के लिए आधार कार्ड जैसे पहचान दस्तावेजों के साथ आय प्रमाण दस्तावेज भी लागू करना आवश्यक है ताकि उच्च आय वाले लोगों की स्वतः छंटनी की जा सके। बावजूद इसके, इस लोन योजना में  दस्तावेज़ीकरण प्रक्रिया बेहद आसान है और हर जरूरतमंद व्यक्ति इसका लाभ सुगमतापूर्वक उठा सकता है।

 

तीसरा, इस योजना के तहत अधिकतम गृह ऋण राशि मात्र 20 लाख रुपये तक ही हो सकती है। वह भी आवास वित्त कंपनी द्वारा पात्रता मूल्यांकन के बाद ही, जो गृह ऋण को अधिकतम 20 वर्षों तक के लिए ही वित्त पोषित कर सकेगा। हालांकि ऐसी दीर्घावधि लोन के लिए दो दशक का समय भी कम नहीं होता है।

 

चतुर्थ, इस प्रकार के लोन के तहत संपत्ति पंजीकरण और गृह ऋण संरचना में सह-आवेदक की भी आवश्यकता होती है, जो हर किसी के घर में आसानी से उपलब्ध हो सकता है। यह नियम इसलिए बनाया गया है कि किसी भी प्रकार की अप्रत्याशित घटना-दुर्घटना की स्थिति परिस्थिति में भी ऋण दाता का हित सुरक्षित रहे और ऋण धारक को भी कोई परेशानी नहीं हो।

 

पांचवां, कोई भी योग्य आवेदक इस योजना के तहत शून्य क्रेडिट इतिहास पर भी आवेदन कर सकता है जो कि एक बहुत बड़ी सहूलियत है। क्योंकि आम तौर पर देखा जाता है कि यदि आपका क्रेडिट स्कोर 650 से नीचे है तो आपके लिए होम लोन लेना कतई संभव नहीं है। इस प्रकार यह ऋण योजना भी हर जरूरतमंद व्यक्ति के हित में है, बशर्ते कि वह उसका फायदा उठाए और अनावश्यक दुरुपयोग न करे।

 

इस तरह से आप बना सकते हैं अपना नया घर, बस करना होगा ये काम

 

यहां पर यह स्पष्ट कर दें कि भारत सरकार का जनहितकारी उद्देश्य उसके प्रगतिशील मिशन '2022 तक सभी के लिए आवास' के तहत कम से कम 2 करोड़ नए घर बनाना है ताकि अपेक्षाकृत कम आय वर्ग वाले लोगों के लिए भी अपना छत सुनिश्चित हो सके। इसलिए एनएचएलएस इस किफायती आवास मिशन का एक पैर है, जो लोगों को अपना घर खरीदने के लिए सशक्त बनाएगा। अमूमन, हमने देखा है कि कम आय होने पर भी यह ऋण कैसे संभव हो सके, इसके लिए गृह ऋण हेतु आवेदन करते समय निम्नलिखित कुछ बिंदुओं को ध्यान में अवश्य रखा जाना चाहिए।

 

प्रथम, जब आप बंधक वित्त पोषण प्रक्रिया के माध्यम से ऋण लेने जा रहे हैं, तो कोई भी अन्य ऋण न जोड़ें। इससे ऋण भुगतान में भी आपको सहूलियत होगी। दूसरा, यदि संभव हो सके तो अपनी मौजूदा देनदारियों को बिल्कुल कम करें, ताकि ऋण दाता के समक्ष कोई उधेड़बुन वाली नौबत नहीं आये। तीसरा, अगर आपको किसी भी चल रहे ऋण के ईएमआई का भुगतान करना है तो समय पर उसका भुगतान करना सुनिश्चित करें। क्योंकि जब आप समय पर अपने किस्तों का भुगतान करेंगे तो अप्रत्यक्ष रूप से आप अपने ही क्रेडिट स्कोर को बढ़ाएंगे। चतुर्थ, किसी भी परिस्थिति में अपना काम या पेशा  बदलने की नहीं सोचें। क्योंकि नौकरी के साथ चिपकने से ही आपकी पुनर्भुगतान क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी और ऋणदाता के आत्मविश्वास को भी बढ़ावा मिलेगा। पांचवां, निचले भुगतान को अपने साथ तैयार रखें, क्योंकि इससे आपको चिकनी गृह ऋण प्रसंस्करण में काफी मदद मिलेगी।

 

बहरहाल, इस योजना के तहत प्रस्ताव अस्वीकरण के भी कुछ मानक तय किये गए हैं जो ऋण योग्यता ग्राहक क्रेडिट कंपनी द्वारा अपने क्रेडिट मानदंडों के अनुसार और मूल्यांकन के तदनुरूप ही होगी जो आपको भी पसंद आ सकता हैं। फिर भी सवाल है कि क्या आप गृह ऋण बंधक के छह प्रकार जानते हैं? यदि नहीं तो अविलम्ब जान लीजिए, क्योंकि इससे आपको भी ऋण मिलने में सहूलियत होगी। साथ ही साथ, यह भी समझने की कोशिश कीजिए कि पीएमए सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए क्या-क्या आवश्यकताएं हैं? यही नहीं, यह भी जानने की कोशिश कीजिये कि कम सीआईबीआईएल स्कोर के साथ व्यक्तिगत ऋण कैसे प्राप्त किया जा सकता है? क्योंकि ऐसा करके आप अपनी गृह क्रय सम्बन्धी अन्य जरूरतों को भी आसानी से पूरा कर पाएंगे।

 

 

कमलेश पांडे

वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार

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