By प्रिया मिश्रा | Oct 26, 2021
अगर आपके बच्चे को क्रिकेट में रूचि है तो आप बचपन से ही उसकी ट्रेनिंग शुरू कर दें। वैसे तो क्रिकेट खेलने और सीखने की कोई निर्धारित उम्र नहीं होती लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक बच्चे की ट्रेनिंग 7 से 8 साल की उम्र से ही शुरू कर देनी चाहिए।
क्रिकेट अकादमी में लें दाखिला
क्रिकेट में करियर बनाने के लिए आपको पहले क्रिकेट सीखने के लिए अकादमी जॉइन करनी पड़ेगी। देश के सभी बड़े शहरों में क्रिकेट अकादमी हैं जहां पर आप ट्रेनिंग के लिए दाखिला ले सकते हैं। अकादमी में दाखिला लेने से पहले उस संस्थान और कोच के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। दाखिला लेते समय यह भी ध्यान रखें कि जिस अकादमी में आप दाखिला लेने जा रहे हैं उसका आपके राज्य के क्रिकेट संघ के साथ संबंध होना चाहिए, यह आपके भविष्य के लिए अच्छा रहेगा।
कैसे होगा आगे के लिए चयन
क्रिकेट अकादमी के दाखिला लेने के बाद खिलाड़ी को कई लेवल पार करने होते हैं। सबसे पहले छात्रों को DDCA द्वारा सम्बंधित क्रिकेट क्लबों के द्वारा आयोजित घरेलू टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिलता है। अगर आपका सिलेक्शन अंडर 15 में नहीं होता तो आपके पास अंडर 16, 17, 18 आदि में खेलने का मौका होता है। इसके बाद आप खेलते-खेलते आप नेशनल टीम जैसे रणजी, इंडिया अंडर 19 टीम में पहुंच सकते हैं। अगर रणजी में आपका अच्छा प्रदर्शन रहा तो आपका सिलेक्शन आईपीएल और टीम इंडिया में भी हो सकता है।
कठिन परिश्रम और धैर्य की होगी जरूरत
क्रिकेटर बनने के लिए आपको कठिन परिश्रम करने की जरूरत होगी। क्रिकेट में कॅरियर बनने के लिए आपको धैर्य रखते हुए मेहनत करनी होगी। शुरुआत में भले ही आपको सफलता ना मिले लेकिन धैर्य और मेहनत से आप एक दिन अपने लक्ष्य को जरूर प्राप्त करेंगे।
- प्रिया मिश्रा