By अंकित सिंह | May 01, 2024
बिहार के मधुबनी में एक रैली के दौरान लोग राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव को सुनने के लिए इकट्ठा हुए थे, लेकिन थोड़ी देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आवाज चारों ओर गूंजने लगी, जिससे सभी लोग हैरान रह गए। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने मंगलवार को रैली को संबोधित करते हुए एक नवीन तकनीक का इस्तेमाल किया। उन्होंने पोर्टेबल ब्लूटूथ स्पीकर पर पीएम मोदी के पुराने भाषणों के कुछ हिस्से बजाए, जब वह गुजरात के सीएम थे।
तेजस्वी यादव, जो पीएम मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी के खिलाफ पूरे बिहार में आक्रामक अभियान चला रहे हैं, ने अपने वादों को पूरा न करने के लिए पीएम मोदी पर हमला करने के लिए तत्कालीन सीएम मोदी की चुनावी पिचें खेलीं। मंच पर मौजूद लोगों को चुप रहने के लिए कहने के बाद तेजस्वी ने स्पीकर को माइक के पास लाया और उसे चालू कर दिया। तभी दो मिनट के लिए पीएम मोदी की आवाज बजने लगी। स्पीकर पर चलाए जा रहे मोदी के भाषण के कुछ हिस्सों में कहा गया, "अगर महंगाई इसी तरह बढ़ती रही तो गरीब क्या खाएंगे? लेकिन प्रधानमंत्री (तत्कालीन डॉ. मनमोहन सिंह) महेंगाई का 'एम' बोलने को तैयार नहीं हैं।" उसका अहंकार बहुत बढ़ गया है. मरोगे तो किस्मत...अरे गरीबों के घर चूल्हा नहीं जलता. बच्चा हर रात रोता है. माँ आँसू पीकर सो जाती है। और देश के नेताओं को गरीबों की परवाह तक नहीं है।''
स्पीकर के जरिए मोदी की आवाज सुनाई दे रही थी, उसमें कहा गया कि अगर आप वोट देने जाएं तो अपने घर में मौजूद गैस सिलेंडर को नमस्कार जरूर करें. इन लोगों ने गैस सिलेंडर छीन लिये. और जिस तरह से गैस महंगी हो गई है। अपने आप को यह याद दिलाकर जाओ। तेजस्वी यादव द्वारा बजाई गई रिकॉर्डिंग में पीएम मोदी के कई पुराने भाषणों के अंश एक साथ संकलित थे। चुनावी रैली के दौरान ब्लूटूथ स्पीकर पकड़कर तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी को सीएम मोदी के खिलाफ खड़ा किया और अतीत की आवाजें वापस ला दीं।
वहीं तेजस्वी ने एक एक्स पोस्ट में लिखा कि कल चुनावी सभा में एक साथी ने portable bluetooth speaker लाकर दिया। इसमें क्या है? यह आप भी सुनिए और औरों को सुनाइये। प्रधानमंत्री जी द्वारा 10 वर्षों में किए गए वादे अब जनता speaker पर सुन और सुना रही है। इतना झूठ बोला गया है कि अब समेटें नहीं सिमट पा रहा है। जनता का ध्यान भटकाने के लिए ये लोग कुछ भी बोल और कर सकते है। सार्वजनिक जीवन में इतने बड़े पद पर रहकर इतना अधिक झूठ नहीं बोलना चाहिए। वही बोलो जो कर सको।