Israel का रक्षा कवच कैसे काम करता है? ईरान के मिसाइलों की बौछार के सामने Iron Dome कैसे दीवार बनकर हो गया खड़ा

By अभिनय आकाश | Apr 16, 2024

ईरान द्वारा इजरायली क्षेत्र पर अपने पहले सीधे हमले में ड्रोन और मिसाइलों की बौछार शुरू करने के बाद पूरे इजरायल में हवाई हमले के सायरन बजने लगे। इसी तरह के हवाई हमले पिछले साल भी हुए थे जब हमास ने ऑपरेशन 'अल-अक्सा फ्लड' शुरू किया था और हवाई और जमीनी हमले किए थे। इज़राइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा कि ईरान से सतह से सतह पर मार करने वाली दर्जनों मिसाइलें इजरायली क्षेत्र की ओर आने की पहचान की गईं। इजरायल की ओर से कहा गया कि ईरान की ओर दागे गए 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइल में से 99 प्रतिशत को नाकाम कर दिया। ईरान ने 13 अप्रैल देर रात इजराइल पर हमला कर दिया और उस पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइलें तथा क्रूज मिसाइलें दागीं। इजराइल ने कहा कि ईरान ने 170 ड्रोन, 30 से अधिक क्रूज़ मिसाइल और 120 से अधिक बैलेस्टिक मिसाइल दागीं। 14 अप्रैल सुबह तक ईरान ने कहा कि हमला समाप्त हो गया है, वहीं इजराइल ने भी अपने हवाई क्षेत्र को फिर से खोल दिया है। 

इसे भी पढ़ें: दोस्त इजरायल पर हमला, आर्टिकल 51 से क्या है कनेक्शन, जंग में अब होगी भारत की एंट्री?

हमास के मिसाइल हमले के बाद डिफेंस सिस्टम 

इजरायल के पास एक ऐसा डिफेंस सिस्टम है जिसने हमास के किए गए रॉकेट हमलों को कई बार ध्वस्त किया है। जी हां, हम इजरायल के आयरन डोम एंटी मिसाइल सिस्टम की बात कर रहे हैं। ये वही एंटी मिसाइल सिस्टम है जो रॉकेट को हवा में ही मार गिराने की क्षमता रखता है। आयरन डोम एक एयर डिफेंस सिस्टम है। इसका निर्माण इजरायली फर्म राफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्री ने बनाया है। इजरायल 2011 से अमेरिका की आर्थिक और तकनीकी मदद से बने एयर  डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल कर रहा है। इजरायल का दावा है कि आयरन डोम दुश्मन की 90 प्रतिशत मिसाइलों और ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर देता है। 

इसे भी पढ़ें: Iran-Israel Tensions | ईरान-इजरायल तनाव को लेकर विदेश मंत्री जयशंकर ने ईरानी और इजरायली समकक्षों से बात की

कैसे काम करता है?

आयरन डोम में ट्रक से खींची जाने वाली इकाइयां शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक रॉकेट, मोर्टार और ड्रोन सहित कम दूरी के खतरों का मुकाबला करने के लिए रडार-निर्देशित मिसाइलों को फायर करती है, जब वे हवा में होते हैं। हर मौसम में काम करने वाली प्रणाली इजराइल के रडार पर मौजूद सभी रॉकेटों को मार गिराती नहीं है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह पहले यह निर्धारित करने के लिए एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित तंत्र का उपयोग करता है कि क्या आने वाला रॉकेट एक व्याख्या किया गया खतरा है और आबादी वाले क्षेत्र पर हमला करेगा, यदि नहीं तो आयरन डोम रॉकेट को नजरअंदाज कर देता है और इसे इज़राइल के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने देता है। शहर के आकार की कवरेज प्रदान करने के लिए आयरन डोम की सीमा मूल रूप से 4 से 70 किमी के बीच थी, हालांकि, कहा गया है कि इसका विस्तार हुआ है। 

प्रमुख खबरें

‘बंदूक की नोक पर यौन उत्पीड़न’, कर्मचारी की शिकायत पर हरियाणा अधिकारी निलंबित

‘संडे मार्केट’ ग्रेनेड हमला मामले में बड़ा एक्शन, लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकी गिरफ्तार

Prabhasakshi Exclusive: Russia-Ukraine War को कैसे बंद करवाएंगे Donald Trump?

Bollywood Wrap Up | Athiya Shetty हुईं प्रेग्नेंट, क्रिकेटर KL Rahul संग शेयर की खुशखबरी