By सुयश भट्ट | Sep 03, 2021
भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर मॉब लिंचिंग को लेकर सियासत तेज हो गई है। खंडवा पहुंचे गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में मॉब लिंचिंग से एक भी हत्या नहीं हुई है। वहीं इस बयान पर कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने पलटवार किया है। अरुण यादव ने कहा कि गृह मंत्री जी अपने आपको थोड़ा अपडेट कर लें।
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आपको बता दें कि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा शुक्रवार को खंडवा पहुंचे। इस दौरान पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस अधिकारियों की कानून व्यवस्था पर समीक्षा बैठक ली और पुलिस अधिकारियों को अपराधियों से शक्ति से निपटने के निर्देश दिए। जहां गृह मंत्री ने कहा कि हमने तो किसी प्रकार का सांप्रदायिक सौहार्द्र नहीं बिगाड़ा है। पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे तो उन्होंने लगाए थे। उनके नेता ने ये भी कहा कि काजी जिंदाबाद, पाकिस्तान जिंदाबाद। यह तो राष्ट्रद्रोह की बात है। मॉब लिंचिंग शब्द गलत है।
नरोत्तम मिश्रा ने ये भी कहा कि माहौल बिगाड़ने का काम कांग्रेस करती है, क्योंकि उसे डर है कि उसका वोट बैंक चला न जाए। उज्जैन में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे बाद में उसको काजी जिंदाबाद के नारे कहने वाला कौन था, दिग्विजय सिंह थे। उन्होंने कहा कि माहौल बिगाड़ने का आरोप हम पर लगाते हैं, जबकि यह खुद माहौल बिगड़ते हैं।
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इस बयान को लेकर कांग्रेस ने पलटवार किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि इंदौर, उज्जैन, रीवा, सतना, नीमच में जो घटनाएं हुई है उन्हें मॉब लिंचिंग नहीं कहते तो क्या कहते हैं? क्या नीमच में आदिवासी को जिस तरह ट्रक से घसीटकर मौत के घाट उतारा वो मॉब लिंचिंग नहीं है। उन्होंने नरोत्तम मिश्रा को नसीहत देते हुए कहा कि गृहमंत्री जी अपने आपको थोड़ा अपडेट कर लें।
उन्होंने आगे लिखा कि मध्य प्रदेश शांति का टापू है, यहां भाजपा आपसी भाईचारे को खत्म करने में लगी है। जब जब चुनाव आते हैं फितूर फैलाकर सौहाद्र बिगाड़ने का करते हैं। आरएसएस का तो मुख्य एजेंडा है देश को कैसे बांटा जाए, कैसे वातावरण खराब किया जाए।