By अनुराग गुप्ता | Sep 11, 2021
काबुल। तालिबान ने अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरूल्ला सालेह के बड़े भाई रोहुल्लाह सालेह अजीजी की शुक्रवार को बेरहमी से हत्या कर दी थी। दरअसल, रोहुल्लाह सालेह तालिबान के खिलाफ पंजशीर में जारी युद्ध में तैनात थे लेकिन शुक्रवार को तालिबान की गोलियों के शिकार हो गए।
तालिबान की क्रूरता आई सामने
हाल ही में तालिबान के प्रवक्ता ने पंजशीर घाटी पर कब्जे का दावा किया था और कहा था कि पंजशीर के साथ कोई भी भेदभाव नहीं किया जाएगा लेकिन उन्होंने जिस बेरहमी से साथ रोहुल्लाह की हत्या की और फिर उसके मृत शरीर को दफनाने से रोका है, उसे सारी दुनिया ने देखा।
आपको बता दें कि तालिबान ने रोहुल्लाह को पहले कोड़ों और फिर बिजली की तारों से पीटा और फिर बेरहमी से उसका गला काट दिया। इसके बावजूद रोहुल्लाह के साथ क्रूरता नहीं थमी और तालिबान ने उन पर गोलियां बरसाईं।
तालिबान को मिली थी खबर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान को रोहुल्लाह सालेह के काबुल जाने खबर मिली थी। जिसके बाद तालिबान ने उन्हें निशाना बनाया है। बता दें कि रोहुल्लाह काफी दिनों से पंजशीर में तालिबान के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए थे और वह नॉर्दन एलायंस की एक यूनिट के कमांडर भी थे। लेकिन तालिबान ने उन्हें न सिर्फ मार डाला बल्कि उनके पार्थिक शरीर के साथ भी क्रूरता की।
तालिबान रोहुल्लाह के पार्थिव शरीर को दफनाने नहीं दे रहा है। वो चाहता है कि रोहुल्लाह सालेह के सड़ते हुए शरीर को वहां पर मौजूद लोग देखें। तालिबान ने कहा कि उसका शरीर सड़ना चाहिए।
वहीं, तालिबान ने दावा किया है कि उनके लड़ाके अमरूल्ला सालेह की उस लाइब्रेरी तक पहुंच गए हैं, जहां से उन्होंने कुछ दिन पहले वीडियो जारी किया था। तालिबान ने लाइब्रेरी में घुसने की तस्वीरें भी साझा की है।