By अभिनय आकाश | May 13, 2022
राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के साथ हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर टकराव के बीच शिवसेना ने शनिवार को मुंबई में एक मेगा रैली के माध्यम से ताकत का एक भव्य प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे 14 मई को बांद्रा-कुर्ला काम्प्लेक्स में होने वाली सभा को लेकर सियासी माहौल गर्म होता दिख रहा है। शिवसेना ने इस सभा के लिए टीजर जारी किया है। जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, वर्तमान शिवसेना अध्यक्ष और उनके बेटे आदित्य ठाकरे पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे से अलग नहीं हैं और शिवसेना का हिंदुत्व "मूल" है।
इसमें सीएम उद्धव ठाकरे की आवाज में जनता को संबोधित करते हुए कहा गया है कि आप मुझे ताकत देने का काम करें, विरोधियों के दांत तोड़ने का काम मैं करूंगा। इससे पहले बीएमसी के एक कार्यक्रम में सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा था कि 14 मई की सभा में वे कई लोगों के चेहरों से नकाब हटाएंगे। हाल के दिनों में बीजेपी ने शिवसेना के हिंदुत्व को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उद्धव का बयान ऐसे समय में आता है जब मनसे प्रमुख और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे और भाजपा ने हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर उद्धव ठाकरे को घेरना शुरू किया है।
जारी किया टीजर
शिवसेना ने अपनी आगामी रैली को प्रचारित करने के लिए सोशल मीडिया पर पोस्टर और वीडियो की एक सीरिज जारी की है। विपक्ष द्वारा शिवसेना के वर्तमान नेतृत्व का हिंदुत्व के प्रतीक बाल ठाकरे के आदर्शों से भटकने को जवाब देने के लिए इसे जारी किया गया है। पहला पोस्टर, जिसमें बाल ठाकरे मुट्ठी पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं, साथ ही मराठी में लिखा है: "खरिया हिंदुत्व चा हुंकार एकायला येलच पहिले (आपको सच्चे हिंदुत्व की गर्जना सुनने के लिए अवश्य आना चाहिए)। इसी तरह एक वीडियो टीज़र बाल ठाकरे के एक पुराने भाषण से शुरू होता है जिसमें वे कहते हैं कि वह पार्टी प्रमुख हो सकते हैं लेकिन उनकी असली ताकत कई शिव सैनिकों का समर्थन है, जिसके बाद एक संदेश है, "जिन्होंने अपना विश्वास रखा है, साहेब (बाल ठाकरे) के सच्चे हिंदुत्व की दहाड़ सुनने जरूर आना चाहिए।" एक अन्य टीडर में बाल ठाकरे के वीडियो को उनके बेटे के वीडियो के साथ जोड़ा गया है। तीसरे टीज़र की शुरुआत शिवसैनिकों की इस घोषणा से होती है कि मुंबई उनके "साहेब" की है और किसी की "पिता की संपत्ति" नहीं है। आगे उद्धव और आदित्य ठाकरे की छवियों को बाल ठाकरे के साथ जोड़ा गया है जिसमें पृष्ठभूमि में उद्धव ठाकरे की आवाज कहती है: "बदमाशी को कैसे दूर किया जाए यह कुछ ऐसा है जो शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ने हमें हिंदुत्व की भाषा में सिखाया है।