By डा. अनीष व्यास | Mar 18, 2023
हिंदू धर्म में नव वर्ष विक्रम संवत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से आरंभ होता है। इस बार बुधवार 22 मार्च से नव विक्रम संवत्सर 2080 आरंभ होगा। साथ ही इस दिन से ही चैत्र नवरात्रि भी आरंभ होतीं हैं। इस नवसंवत्सर 2080 को पिंगल नामक संवत्सर के रूप में जाना जाएगा। इस नवसंवत्सर की शुरुआत बुधवार और वृश्चिक लग्न में होगी। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस वर्ष आकाशीय मंडल में 2080 संवत की यदि मंत्रिमंडल की बात करें, तो इस 2080 संवत के वर्ष राजा बुध रहेंगे। उनके मंत्री शुक्र होंगे। वही सेनापति का कार्यभार देव गुरु बृहस्पति संभालेंगे और संवत्सर के वाहन गीदड़ और सियार होंगे। इस विक्रम संवत का नाम पिंगल होगा। इस पिंगल संवत के राजा-बुध, मन्त्री-शुक्र, सस्येश-सूर्य, दुर्गेश-गुरु, धनेश-सूर्य, रसेश-मंगल, धान्येश-शनि, नीरसेश- सूर्य, फलेश- गुरु, मेघेश-गुरु होंगे। बुधवार 22 मार्च 2023 से हिंदू कैलेंडर का नया वर्ष विक्रम संवत 2080 की शुरुआत होने जा रही है। हिंदू विक्रम संवत 2080 अंग्रेजी कैलेंडर के वर्ष 2023 से 57 वर्ष आगे होगा। इसी दिन से चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि से 9 दिनों तक देवी दुर्गा की उपासना का महापर्व भी आरंभ हो जाएगा।
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि वैदिक ज्योतिष अनुसार चैत्र नवरात्र का आरंभ 22 मार्च से हो रहा है। हिंदू नववर्ष संवत् 2080 भी शुरू हो रहा है। वहीं नववर्ष पर 2 राजयोगों का निर्माण हो रहा है। यह राजयोग बुधादित्य और गजकेसरी राजयोग हैं वहीं इस अवसर पर मीन राशि में 4 ग्रहों का संयोग हो रहा है। मीन राशि में गुरु के साथ सूर्य, बुध, चंद्रमा ग्रह साथ होंगे। इस बार हिंदू नववर्ष संवत 2080 की शुरुआत ऐसे दुर्लभ योग में हो रही है। जो कि 30 साल बाद बन रहा है। शनिदेव ने 30 साल बाद कुंभ राशि में दो माह पूर्व 17 जनवरी 2023 को प्रवेश किया है। ऐसे में जब संवत 2080 का शुभारंभ होगा तब शनि कुंभ राशि में होगा। जबकि इस नवसंवत्सर में देवगुरु बृहस्पति 12 साल बाद 22 अप्रैल को मेष राशि में गोचर करेंगे। इसलिए इस नव संवत्सर का महत्व और भी बढ़ गया है। मान्यता है कि ब्रह्माजी ने सृष्टि का आरंभ चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से ही किया था। यही कारण है कि हर साल नव संवत का प्रारम्भ भी इसी दिन से होता है।
3 शुभ संयोग
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस बार नववर्ष तीन शुभ योग में प्रारंभ होगा। पहला शुक्ल योग प्रारंभ होगा। इसके बाद ब्रह्म योग शुरू हो जाएगा। ब्रह्म योग के बाद इंद्र योग भी लगेगा। इन योगों में नवर्ष की शुरुआत को बेहद शुभकारी मानी जाती है।
शुक्ल योग : प्रात: 9:18 मिनट तक।
ब्रह्म योग : 9:19 मिनट से अगले दिन सुबह 6 बजे तक रहेगा।
इंद्र योग : ब्रह्म योग के बाद इंद्र योग प्रारंभ होगा।
2 महाराजयोग
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि पिंगल नामक संवत्सर 2080 की शुरुआत 2 महा राजयोग में हो रही है। ये 2 महा राजयोग है- बुधादित्य और गजकेसरी राजयोग में शुरु होगा यह नववर्ष, वहीं इस अवसर पर मीन राशि में 4 ग्रहों का संयोग भी हो रहा है। मीन राशि में गुरु के साथ सूर्य, बुध, चंद्रमा ग्रह साथ होंगे। दूसरी तरफ, मंगल ग्रह मिथुन राशि में, कुम्भ राशि में शनि और तुला राशि में केतु विराजमान होंगे।
बुध राजा और शुक्र मंत्री
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस वर्ष राजा-बुध, मन्त्री-शुक्र, सस्येश-सूर्य, दुर्गेश-गुरु, धनेश-सूर्य, रसेश-मंगल, धान्येश-शनि, नीरसेश- सूर्य, फलेश- गुरु, मेघेश-गुरु होंगे।
महिलाओं का बढ़ेगा प्रभाव
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ेगी और हेल्थ इंश्योरेंस के क्षेत्र में मार्केट बढ़ेगा। संवत का मंत्री इस साल शुक्र के होने से स्त्रियों के प्रभाव में वृद्धि होगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं का प्रभाव बढ़ेगा। फैशन, फिल्म उद्योग, मनोरंजन, के क्षेत्र में इस साल भारत ही नहीं दुनिया भर में रुझान और आकर्षण बढ़ेगा। इन क्षेत्रों से जुड़े लोगों के प्रभाव और कमाई में भी इस साल अच्छी वृद्धि होगी। इस नवसंवत्सर 2080 में देश दुनिया की निराली ही तस्वीर देखने को मिलेगी। धन की भारी कमी के बीच लोग धान्य को लेकर भी बैचेन रहेंगे। इसके अलावा मुमकिन है कि इस दौरान राष्ट्र के प्रमुख का अंतर्मन बेचैन रहे। राष्ट्रों के मान-सम्मान और हितों पर चोट पहुंचती दिख रही है। साथ ही अपराधियों का उपद्रव बढ़ने की संभावना के बीच प्रशासन भी कई लोगों को हिंसक नजर आएगा। नवसंवत्सर 2080 के अंत तक केंद्र और राज्य सरकारों को कई बड़े आंदोलनों का सामना करना पड़ सकता है। विपक्ष के कुछ बड़े नेताओं को कानूनी मामलों में उलझना पड़ सकता है। किसी प्रसिद्ध महिला की मृत्यु या वैवाहिक तनाव की खबर देश मंन सनसनी मचा सकती है। किसी बड़े मंत्री के साथ कुछ अनहोनी घटना घटित हो सकती है।
ईश्वर के प्रति आस्था बढ़ेगी
भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि संवत का वाहन गीदड़ और सियार होने से इस संवत में कहीं सूखा तो कहीं अतिवृष्टि से जनधन की हानि होगी। लोगों में बेचैनी का माहौल भी देखा जा सकता है। जनता के बीच आपसी टकराव और संघर्ष का माहौल बनेगा जिससे समाज और राजनीति में तनाव बढ़ेगा। देश के कई राज्यों में खास तौर पर दक्षिणोत्तरी राज्यों में सत्ता में उथल-पुथल की स्थिति दिखेगी और सत्ता परिवर्तन भी हो सकता है। मोटे अनाजों और खाद्यानों की कीमत में तेजी आएगी। वहीं नवसंवत्सर 2080 के आगमन से जनता के स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिलने के साथ ही लोगों के मन में दया पनपती दिखेगी। वहीं राष्ट्र में प्रशासनिक कार्यों की अधिकता होगी। इस वर्ष अकाल जैसी स्थितियों का दुनिया पर असर पड़ता दिख रहा है, वहीं खेती में चूहों और टिड्डियों का असर भी देखने को मिल सकता है। कुछ समय के लिए महंगाई में कुछ कमी की संभावना के बीच दूध के उत्पादन में कमी के बाद कीमतों में उछाल आएगा। बढ़ती समस्याओं के बीच लोग भगवान को याद करेंगे, वहीं इस दौरान यज्ञ व हवन के द्वारा संपत्ति व पद का योग-संयोग निर्मित किया जाएगा। इस समय अधिकारी आम जनता की परेशानी का कारण बन सकते हैं। असमानता में भारी वृद्धि के बीच जनता त्रस्त रह सकती है। अपराध जैसे डकैती, अपहरण इत्यादि में वृद्धि देखने को मिल सकती है। भारत के कलाकार और वैज्ञानिक देश-विदेश में बड़ी ख्याति अर्जित करेंगे। भारत के किसी वैज्ञानिक या शिक्षाविद को नोबेल या कोई अन्य बड़ा प्रतिष्ठित पुरस्कार अगले एक वर्ष में मिल सकता है।
अर्थव्यवस्था में होगा उतार-चढ़ाव
भविष्यवक्ता डॉ अनीष व्यास ने बताया कि ग्रहों का संयोग इशारा कर रह है कि इस दौरान किसी प्रमुख या बड़े व्यक्ति का अवसान जनमानस को स्तब्ध कर सकता है। इस दौरान राजनीतिक स्तर में लगातार गिरावट देखने को भी मिल सकती है। इस साल आकाल की संभावना के बीच दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में भयंकर बारिश की संभावना के साथ ही पूर्वी क्षेत्र में भी खेती को नुक्सान होता दिख रहा है। इस नवसंवत्सर 2080 में नई खोज की संभावना के साथ ही शिक्षा को लेकर कुछ विशेष कार्य होते दिख रहे है। परिवहन की स्थितियों में सुधार की संभावना के बीच कुछ अति विशेष भी इस समयावधि में होता दिख रहा है। ये संवत्सर बाजार और अर्थ व्यवस्था में कभी गिरावट तो कभी उछाल भी लाता दिखेगा। लेकिन बाद में स्थितियां सामान्य होती दिखेंगी। वहीं आईटी सेक्टर में न तेजी दिखेगी, न ही बड़ी मंदी। शेयर बाजार का कोहराम बाजार में भारी घबराहट दिखाएगा। फिर लगातार कई सुधारों के बाद बाजार संभालेगा।
कीमतों में होगी वृद्धि
कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि इस साल पाकिस्तान, अफगानिस्तान, टर्की, यमन, ईरान इन मुस्लिम देशों में कई विस्फोटक घटनाएं हो सकती हैं। इन राष्ट्रों में सत्ता के विरोध में जन आंदोलन भी हो सकता है। क्रूड ऑयल की कीमत में वृद्धि होगी जिससे पेट्रोल डीजल की कीमत में इजाफा हो सकती है। रूस यूक्रेन युद्ध एक साल से चल रहा है। और इस साल इन दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध से एक नए राष्ट्र का उदय भो सकता है। इससे वैश्विक राजनीति पर असर पड़ेगा। रुस चीन की बढ़ती नजदीकियों के बीच अमेरिका एक नया राजनीतिक समीकरण बनाएगा। वैसे भी पिंगल संवत्सर को शुभ नहीं माना गया है, इस संवत्सर में राष्ट्रों और जन संगठनों के बीच समय अंतराल पर संघर्ष होते रहते हैं। ऐसे इस साल देश दुनिया में एक अलग ही तरह के शीत युद्ध का वातावरण बनेगा।
प्राकृतिक आपदा की संभावना
भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि इस संवत में ग्रहों की स्थिति इस ओर भी संकेत दे रही है कि दुनिया पर परमाणु युद्ध का खतरा मंडराता रहेगा और हथियारों पर दुनिया के कई बड़े देशों का बजट बढ़ेगा। हथियारों की जमाबंदी के प्रति राष्ट्रों में होड़ रहेगी। पश्चिमी राष्ट्रों में पुनः झड़प होने के चलते कई राष्ट्र युद्ध की तरफ़ बढ़ते हुए दिखेंगे, लेकिन इन्हें सुलझाने के प्रयास भी तेज होंगे। इन युद्धों का सबसे बुरा असर पश्चिमी देशों पर पड़ता दिख रहा है। राष्ट्रों और राजनेताओं में परस्पर तनाव के चलते जनता बेचैन रहेगी। कोरोना जैसे किसी रोग के नए वेरियेंट लोगों की धड़कन में इजाफा करेंगे। इसके साथ ही इस दौरान कई तरह की दुर्घटनाओं का योग भी बनते दिख रहे हैं। सीमा पर तनाव के अलावा नवसंवत्सर 2080 में तूफान व अग्निकांड से जनधन की क्षति के योग का भी निर्माण होता दिख रहा है।
- डॉ अनीष व्यास
भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक