शिमला। देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के तमिलनाडु में दुर्घटनाग्रस्त सेना के हेलिकॉप्टर में हिमाचल प्रदेश के एक जवान का भी निधन हुआ है। लांस नायक विवेक कुमार जो कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के पीएसओ थे। उस दौरान उसी हेलिकॉप्टर में सवार थे।
वह हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के जयसिंहपुर के गांव अपर ठेहडू, डाकघर कोसरी से ताल्लुक रखते हैं। जयसिंहपुर में इस बारे में समाचार मिलते ही उनके गांव में मातम पसरा है। विवेक 2012 में जैक राइफल में थे। बाद में पैरा कमांडो में सेवाएं दे रहे थे। उनकी ड्यूटी वीआइपी सिक्योरिटी में लगी थी। 29 वर्षीय विवेक जनरल बिपिन रावत के पीएसओ थे। विवेक की शादी वर्ष 2020 में हुई थी। उनका छह माह का बेटा है। विवेक अक्टूबर में घर आए थे और छुट्टी काटकर नवंबर में ड्यूटी के लिए रवाना हुए थे। ड्यूटी पर लौटते समय पिता रमेश चंद ने बेटे को मिलने के लिए जल्द आने की बात कही तो विवेक ने पिता से वादा किया था कि जनवरी में दोबारा घर आएंगे। लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था। भाग्य ने बेटे का साथ नहीं दिया और पिता के साथ किया वादा पूरा नहीं हो पाया। विवेक घर के सबसे बड़े बेटे थे। छोटा भाई बैजनाथ में बेकरी में काम करता है व बहन की शादी हो चुकी है।
विवेक होनहार थे और बचपन से सेना में जाने का सपना बुना था। पिता खेतीबाड़ी करते हैं जबकि माता आशा देवी गृहिणी हैं।टेलीविजन के माध्यम से ही विवेक के बलिदान की सूचना मिली है। इस बाबत सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। विवेक के पिता इस सूचना के बाद सदमे में एकटक आकाश की ओर देख रहे हैं जबकि मां और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। किसी को विश्वास नहीं हो रहा कि विवेक इस तरह से दुनिया छोड़कर चला जाएगा। ग्रामीण घर पर ढांढस बंधाने के लिए पहुंच रहे हैं। गांव की तरफ लोगों का आना-जाना बढ़ गया है। इंटरनेट मीडिया पर भी तेजी से विवेक के बलिदान की सूचना वायरल हुई और लोगों ने शोक संदेश पोस्ट कर पीड़ित परिवार के साथ संवेदना व्यक्त की।
जय राम ठाकुर ने कहा कि तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में वीरभूमि हिमाचल के जयसिंहपुर का सपूत एवं सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी के पीएसओ, लांस नाइक विवेक कुमार जी भी शहीद हुए हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकग्रस्त परिवार को संबल प्रदान करें। दुःख की इस घड़ी में हमारी सरकार शहीद के परिवार के साथ खड़ी है।
ऊँ शांति!