By रेनू तिवारी | Aug 21, 2023
शिमला। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में कोल बांध जल विद्युत परियोजना में एक जलाशय में फंसे 10 लोगों को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने रात भर के अभियान के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। बचाए गए लोगों में वन विभाग के पांच कर्मचारी भी शामिल थे। पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद जलाशय में लकड़ियां तैरते हुए आ गई थीं और पांच कर्मचारी कुछ स्थानीय लोगों के साथ स्थिति का जायजा लेने गए थे। उन्होंने बताया कि उनकी नाव तत्तापानी के पास भारी गाद और लकड़ियों के कारण फंस गई।
एनडीआरएफ की 14वीं बटालियन की एक टीम रविवार रात करीब साढ़े 11 बजे बांध प्राधिकरण की स्टीमर नाव से क्षेत्र के लिए रवाना हुई। एनडीआरएफ के तैराकों की एक अन्य टीम नौका में थी। अधिकारियों ने बताया कि बचाव अभियान देर रात करीब ढाई बजे पूरा हुआ। मौके पर मौजूद मंडी के उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने बताया कि यह एक कठिन अभियान था क्योंकि रात के दौरान नौका चलाना मुश्किल हो जाता है, लेकिन सभी 10 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को पहाड़ी राज्य में 22 अगस्त से 24 अगस्त तक भारी से बहुत भारी बारिश के लिए 'येलो' अलर्ट और 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने चंबा और मंडी जिलों के जलग्रहण क्षेत्रों में अचानक बाढ़ के मध्यम खतरे की भी चेतावनी दी है और 26 अगस्त तक बारिश की भविष्यवाणी की है। अगले 48 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश के निचले और मध्य पहाड़ी जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहने की संभावना है। राज्य में वर्षा की गतिविधि 21 अगस्त से वितरण और तीव्रता में बढ़ने की संभावना है और 24 अगस्त तक राज्य के कई हिस्सों में वर्षा होगी। 21 से 23 अगस्त के दौरान चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, सोलन और सिरमौर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। राज्य में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश/बिजली गिरने की संभावना है। इस अवधि के दौरान, “आईएमडी बुलेटिन पढ़ें।
हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर
इस मानसून में लगातार बारिश के कारण बड़े पैमाने पर भूस्खलन, बादल फटने और बाढ़ की घटनाएं हुई हैं, जिससे राज्य में काफी नुकसान हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिमाचल में बारिश से जुड़े हादसों में 200 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, कुल 2,022 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, और 9,615 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, इस साल के मानसून सीजन में 113 भूस्खलन हुए हैं।