शिमला । अवैध शराब,अवैध खनन,अवैध पटाखा उद्योग,अवैध दवा कारोबार,अवैध डिग्रियां,अवैध वन कटान आदि अवैध कारोबार करने वालों के लिए हिमाचल मुख्य केंद्र बन चुका है।सरकार तब जागती है जब कोई बड़ी वारदात हो जाती है।यह न केवल सरकार की विफलता है बल्कि सरकार की मिलीभगत को भी दर्शाता है। यह आरोप प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज हिमाचल भाजपा सरकार पर लगाए।
शर्मा ऊना ज़िला के हरोली में अवैध पटाखा उद्योग में हुए हादसे पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।उन्होंने कहा कि इस हादसे में छः गरीब मजदूरों की जान चली गई और दर्जनों मौत से जूझ रहे हैं।इसके लिए सरकार भी दोषी है।आखिर सरकारी एजेंसियों की क्या भूमिका है।क्या मात्र हादसा हो जाने के बाद एक दूसरे विभाग को दोष देना ही सरकार का दायित्व है? दीपक शर्मा ने कहा कि इस हादसे के लिए दोषी विभागों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए और उनपर उद्योग मालिकों के साथ ही हत्या का मामला भी दर्ज होने चाहिए।इस हादसे के लिए जितना अवैध उद्योग चलाने वाले दोषी हैं उतने ही सम्वन्धित सरकारी विभाग भी दोषी हैं।
दीपक शर्मा ने कहा कि जैसे कि बताया जा रहा है कि यह अवैध पटाखा उद्योग गत एक वर्ष से चलाया जा रहा था।ऐसे में सम्वन्धित विभाग कहां सोए थे? इस तरह तो कोई भी बम्ब बनाने के अवैध कारोबार में डटा रहे और सरकार को कोई जानकारी न हो।यह हैरानी की बात है।इसमें सरकारी एजेंसियों की भी विफलता साफ नजर आती है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा राज में माफिया खूब फलफूल रहा है।शराब,खनन,वन,नशा,दवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में अवैध कारोबारी खुलेआम जनजीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं लेकिन सरकार तब जागती है जब कोई बड़ा हादसा हो जाता है और बेकसूर मारे जाते हैं।दीपक शर्मा ने कहा कि जिस तरह से अवैध कारोबारियों ने हिमाचल को मुख्य केंद्र बनाया हुआ है उससे शंका पैदा होती है कि इसमें माफिया को संरक्षण प्राप्त है।बिना संरक्षण के इस तरह से सालों अवैध कारोबार चलना सम्भव नहीं है।कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण में ही माफिया पनप रहा है।उन्होंने कहा कि सरकार नाम की कोई चीज़ वर्तमान में नज़र नहीं आती है।जनसमस्याओं और जनआकांक्षाओं के प्रति सरकार असंवेदनशील है।