By विजयेन्दर शर्मा | Sep 03, 2021
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने काँगड़ा ज़िला के सुलह विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक जगजीवन पाल के साथ भाजपाईयों द्वारा हाथापाई करने की घटना पर गहरा रोष जताया है।
उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार पूर्वविधायकों को स्वर्णजयंती समारोह में बुला रही है दूसरी ओर पुलिस की मौजूदगी में पूर्व विधायक के साथ दुर्व्यवहार होता है,हाथापाई की जाती है। सोशल मीडिया में इस घटना का वीडियो वायरल होने के तीन दिन बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आता है।यह भेदभाव बिना राजनीतिक संरक्षण के सम्भव नहीं है।
दीपक शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस घटना का कड़ा विरोध करती है । कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं के साथ इस तरह की गुंडागर्दी सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने एक दिन के भीतर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही नहीं की तो पार्टी प्रदेश व्यापी प्रदर्शन करने पर मजबूर होगी।
मिली जानकारी के मुताबिक कांगड़ा जिला के सुलह विधानसभा चुनाव क्षेत्र की रड़ा पंचायत में पंचायत भवन के शिलान्यास हो रहा था। मौजूदा भाजपा विधायक और विधानसभा स्पीकर विपिन सिंह परमार शिलान्यास करने वाले थे। बताया जा रहा है कि पंचायत प्रधान और बाकी सदस्यों को शिलान्यास की जानकारी नहीं थी और इसी बात पर पूर्व विधायक जगजीवन पाल भी परमार का विरोध करने जा रहे थे। इससे पहले कि जगजीवन पाल शिलान्यास स्थल पर पहुंचते, पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया । इस दौरान जगजीवन पाल को एक शख्स ने पीछे से थप्पड़ जड़ दिया और धक्का भी दे दिया।
बाद में जगजीवन पाल मौके पर ही ही धरने पर बैठ गए। पूर्व विधायक जगजीवन पाल ने इस शिलान्यास का विरोध जताया है क्योंकि न तो पंचायत के प्रधान को इसकी सूचना दी गई थी और न ही वार्ड पंचों को। पूर्व विधायक जगजीवन पाल ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष परमार अपनी मर्जी कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। पूर्व विधायक ने कहा है कि भीड़ में गांव के लड़के जसवीर कुमार ने उनके सिर पर किसी चीज से चोट मारी है। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई है।
इस मामले में विधान सभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार का कहना है कि मैंने जो भी किया है, ठीक किया है और मुझे किसी प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। बाद में मीडिया से दूरी बनाने के लिए में विधानसभा अध्यक्ष ने अपना रास्ता ही बदल दिया।