By विजयेन्दर शर्मा | Jul 30, 2021
शिमला। पंजाब के अलगाववादी संगठन, सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के तार कनाडा से जुडे हैं, की ओर से ही आज राजधानी के कुछ पत्रकारों को मोबाइल पर आडियो संदेश के माध्यम से धमकी दी गई है कि उनका संगठन हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को 15 अगस्त के दिन तिरंगा नहीं फहराने देगा।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह संदेश सिख फॉर जस्टिस संगठन की ओर से विदेश से भेजा गया है। इसे एक रिकॉर्डेड फोन कॉल के जरिए शिमला के कई पत्रकारों को शुक्रवार को सुबह 10:30 बजे से दोपहर के 12:30 बजे के बीच भेजा गया है। कॉल करने वाले व्यक्ति ने अपना परिचय गुरपतवंत सिंह पन्नुन के तौर पर कराया है और खुद को सिख्स फॉर जस्टिस नाम के संगठन का जनरल काउंसल बताया है।
इस संदेश के वायरल होते ही सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं व मुख्यमंत्री की सुरक्षा को भी मजबूत करने का फैसला लिया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अभी शिमला से बाहर हैं लेकिन यहां पुलिस के तमाम अधिकारी राज्य सचिवालय से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक सुरक्षा को मजबूत करने की कसरत करते देखे गये।गौरतलब है कि राज्य विधानसभा का मानसून सत्र दो अगस्त से शुरू होने वाला है और इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियां भी जोरों पर हैं। प्रदेश के कुछ पत्रकारों के मोबाइल पर यह ऑडियो भेजा गया है। इस रिकॉर्डिंग ओडियो में राज्य के पत्रकारों को भी फोन कर उन्हें 15 अगस्त जैसे समारोह की कवरेज न करने की चेतावनी जारी की गई है। रिकॉर्ड की गई कॉल में कहा गया है कि हिमाचल पंजाब का हिस्सा था। पंजाब में जनमत संग्रह करवाया जाएगा और हिमाचल को फिर से पंजाब में शामिल किया जाएगा। खालिस्तान समर्थकों ने अपील की है कि किसान ट्रैक्टर लेकर सड़कों पर उतरें और मुख्यमंत्री जयराम को 15 अगस्त के दिन तिरंगा न फहराने दें।इस बीच हिमाचल प्रदेश पुलिस ने इस संबंध में जांच शुरू कर दी है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि खालिस्तान समर्थकों की ओर से रिकॉर्ड की गई कॉल प्रदेश के कुछ पत्रकारों को मोबाइल पर भेजी गई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल पुलिस प्रदेश की सुरक्षा और देश विरोधी ताकतों से निपटने में पूरी तरह सक्षम है। इस संबंध में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को भी सूचित कर दिया गया है।