राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस लगातार बैठक कर रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता तथा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच मुलाकात हुई है। इस मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार को समर्थन देने की बात कही है। हालांकि, अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि तो नहीं हो पाई है। लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि फिलहाल हेमंत सोरेन ने झारखंड से कांग्रेस के के के राज्यसभा उम्मीदवार को समर्थन देने की बात कही है। आपको बता दें कि झारखंड मुक्ति मोर्चा अपना उम्मीदवार भेजने पर अड़ी थी। लेकिन सोनिया गांधी और हेमंत सोरेन के बीच से बातचीत के बाद रास्ता निकल गया है।
मुलाकात के बाद हेमंत शोरेन ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात हुई। 1 घंटे से ज्यादा राजनीतिक विषयों पर चर्चा हुई, राज्यसभा भी रहा। कुछ चीजों पर सहमति बनी, ये धरातल पर भी उतरेगा। गठबंधन की तरफ से एक ही प्रत्याशी होंगे। इस विषय को आखिरी मुकाम तक पहुंचाने के लिए थोड़ा समय लेंगे। राज्यसभा चुनाव को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा एवं कांग्रेस अपना-अपना उम्मीदवार उतारने का दावा कर रहे थे जिसके बाद तनाव पैदा हो गया है। एक ओर जहां कांग्रेस राज्य की दो सीटों के लिए हो रहे चुनावों में एक सीट के लिए अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है और इसके लिए झामुमो का समर्थन चाहती है वहीं 82 सदस्यीय विधानसभा में 30 विधायकों वाली झामुमो ने हर हाल में चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है।
झारखंड में दस जून को राज्यसभा की दो सीटों के लिए मतदान होना है। वर्तमान विधानसभा में जहां सत्ताधारी झामुमो के तीस विधायक हैं वहीं उसकी समर्थक कांग्रेस के कुल 17 विधायक हैं और दूसरी समर्थक पार्टी राजद का एक विधायक है। विपक्षी भाजपा के कुल 26 विधायक हैं और उसे कम से कम दो अन्य विधायकों के समर्थन का विश्वास है। ऐसे में राज्यसभा में सत्ताधारी गठबंधन और विपक्ष दोनों के एक-एक सदस्यों के चुने जाने की संभावना है। इस गणित के बीच, झामुमो ने घोषणा की थी कि राज्यसभा चुनाव में वह अपना उम्मीदवार जरूर उतारेगा।