खसखस के बीज अक्सर भारतीय घरों की किचन में पाए जाते हैं। महिलाएं कई तरह की रेसिपी में इसका इस्तेमाल करती हैं ताकि खाने के स्वाद को कई गुना बढ़ाया जा सके। यकीनन खसखस से बीज टेस्ट को एन्हॉन्स करते हैं, लेकिन इनका इस्तेमाल सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। आपको शायद पता ना हो, लेकिन यह सेहत के लिए भी बेहद गुणकारी है। हृदय समस्याओं से लेकर पाचन, अनिद्रा, मधुमेह सहित कई बीमारियों के इलाज में यह मददगार साबित हो सकता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको खसखस के बीजों से मिलने वाले कुछ फायदों के बारे में बता रहे हैं-
फीमेल फर्टिलिटी को करे बूस्ट अप
महिलाओं की प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए खसखस और उनका तेल बेहद फायदेमंद होता है। एक अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब निषेचित अंडे को गर्भाशय की दीवार से खुद को जोड़ने की अनुमति नहीं देती है। लेकिन खसखस का तेल इस्तेमाल करने से फैलोपियन ट्यूब में मौजूद ब्लॉकेज दूर हो जाती है, जिससे प्रजनन क्षमता की संभावना बढ़ जाती है। कई शोध यह भी बताते हैं कि खसखस में लिग्निन की उपस्थिति कामेच्छा को बढ़ाती है और यौन स्वास्थ्य को बेहतर होता है।
अनिद्रा का करे इलाज
खसखस में प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम कोर्टिसोल के स्तर को कम करने में मदद करता है जो एक तनाव हार्मोन है। इस तरह तनाव को कम करता है और आपको एक अच्छी नींद प्रदान करता है। सोने से पहले दूध के साथ खसखस की चाय या खसखस का पेस्ट खाने से शरीर का मेटाबॉलिज्म नियंत्रित रहता है और अनिद्रा जैसी समस्या का इलाज होता है।
हड्डी के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक
खसखस में कॉपर और जिंक ट्रेस मिनरल्स के अलावा कैल्शियम भरपूर होता है। ये अस्थि खनिज घनत्व में सुधार करने के साथ-साथ हड्डियों को मजबूत करने में मदद करते हैं। मैंगनीज की उपस्थिति हड्डियों में कोलेजन के उत्पादन में भी मदद करती है और हड्डी को क्षति से बचाती है।
पाचन में सहायक
फाइबर का एक उत्कृष्ट स्रोत होने के कारण, खसखस पाचन को बढ़ावा देने और भोजन से पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाने में बेहद फायदेमंद होता है। यह कब्ज का भी इलाज करता है।
- मिताली जैन