चंडीगढ़। हरियाणा ने सुशासन सूचकांक-2021 में नागरिक केंद्रित सुशासन में पहला स्थान हासिल किया है। सिटीजन सेंट्रिक गवर्नेंस और 4 संकेतकों में 0.914 का सामूहिक स्कोर लेकर हरियाणा ग्रुप ए श्रेणी में शीर्ष पर है। नागरिक केंद्रित शासन संकेतक सेवा का अधिकार अधिनियम (RTS), शिकायत निवारण तंत्र और ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने में राज्य सरकारों द्वारा की गई प्रगति जैसे परिणामों पर केंद्रित है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विजन को आगे बढ़ाते हुए, हरियाणा ने राज्य में विभिन्न आईटी संचालित पहलों में अपनी क्षमता साबित की है। ये पहल न केवल सकारात्मक परिणाम ला रही हैं बल्कि यह भी सुनिश्चित कर रही हैं कि राज्य ई-गवर्नेंस की मदद से सुशासन की ओर बढ़े। अब, लोग एक क्लिक के माध्यम से अपने घरों में आराम से सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। ई-गवर्नेंस के जरिए भारत को बदलने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन की दिशा में राज्य सरकार लगातार काम कर रही है।
हरियाणा में एक ऐसी व्यवस्था विकसित की गई है जिसके तहत लोगों को अपना काम करवाने के लिए मुख्यालय या जिला कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते। अब लोग सभी सरकारी योजनाओं का लाभ अपने गांव के नजदीकी सामुदायिक सेवा केंद्रों पर या ऑनलाइन ले सकते हैं।
हरियाणा में सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में विकास प्राथमिकताएं निर्धारित की जा रही हैं। सरकार का लक्ष्य प्रत्येक परिवार को स्वावलंबी बनाना है। हरियाणा सतत विकास लक्ष्य सूचकांक (एसडीजी इंडेक्स) 2020-21 में 'सबसे तेजी से तरक्की करने वाले राज्यों' में अग्रणी रहा है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) 2030 को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है और चरणबद्ध तरीके से इसपर काम कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि 25 दिसंबर को केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में सुशासन दिवस के अवसर पर सुशासन सूचकांक- 2021 जारी किया है। इस सूचकांक को प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) ने तैयार किया है।