By Anoop Prajapati | Jul 04, 2024
फरीदाबाद के रहने वाले अचूक निशानेबाज भौनीश मेंदीरत्ता ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में होने वाले ओलंपिक गेम्स के लिए क्वालीफाई कर लिया है। उन्होंने क्रोएशिया के ओसिजेक में ISSF शॉटगन विश्व चैंपियनशिप 2022 में पुरुषों के ट्रैप फाइनल में चौथे स्थान पर रहने के बाद पेरिस ओलंपिक के लिए भारत के पहला कोटा स्थान हासिल कर लिया है। अपनी पहली सीनियर विश्व चैंपियनशिप में शूटिंग करते हुए, भौनीश मेंदीरत्ता क्वालिफ़िकेशन राउंड में 121 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर रहे और रैंकिंग मुकाबले में जगह बनाई है।
भौनीश मेंदीरत्ता, जिनका जन्म और पालन-पोषण फरीदाबाद में हुआ, ने अपने प्रारंभिक जीवन में खेलों में विशेष रुचि नहीं दिखाई। लेकिन 2014 में कुछ ऐसा हुआ जिसने उन्हें शूटिंग में रुचि लेने के लिए प्रेरित किया। 2016 में उन्होंने शूटिंग प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया और 2017 में दिल्ली पब्लिक स्कूल, फरीदाबाद से हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वे स्नातक की पढ़ाई के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय गए, लेकिन उनका मुख्य ध्यान हमेशा शूटिंग पर ही रहा। अब वे अपने सपने को साकार करने के एक कदम और करीब हैं।
भौनीश मेंदीरत्ता ने अपने शूटिंग करियर की शुरुआत डबल ट्रैप शूटर के रूप में की थी, लेकिन जब इस श्रेणी को ओलंपिक से हटा दिया गया, तो उन्होंने ट्रैप श्रेणी की ओर ध्यान केंद्रित किया। उनके राष्ट्रीय कोच, विक्रम सिंह चोपड़ा, ने मेंदीरत्ता के शूटिंग करियर और उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भौनीश मेंदीरत्ता की शूटिंग में पहली बड़ी उपलब्धि 2022 में आई, जब उन्होंने ISSF विश्व कप में टीम इवेंट में ट्रैप प्रतियोगिता में रजत पदक जीता। 2022 उनके करियर का महत्वपूर्ण वर्ष रहा, क्योंकि उसी वर्ष उन्होंने 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए कोटा स्थान प्राप्त किया। उन्होंने 2022 की विश्व शॉटगन चैंपियनशिप में चौथा स्थान हासिल कर पेरिस के लिए अपनी जगह सुनिश्चित की।
उन्होंने अपने रैंकिंग मुकाबले संयुक्त राज्य अमेरिका के डेरिक स्कॉट मीन, कतर के राशिद हमाद और इंग्लैंड के आरोन हेडिंग (सभी ओलंपियन) के खिलाफ, शीर्ष पर रहने के लिए 24/25 का प्रभावशाली स्कोर बनाया और पदक मैच के लिए बर्थ हासिल की। इसके साथ ही भारत के लिए पहले कोटा स्थान की पुष्टि हो गई। हालांकि, भौनीश मेंदीरत्ता 13 के स्कोर के साथ पदक राउंड में चौथे स्थान पर रहने के बाद विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने से चूक गए। डेरिक स्कॉट ने इंग्लैंड के नाथन हेल्स और चीनी ताइपे के कुन-पी यांग को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता।