Haryana Elections: आखिर कहां हैं कुमारी शैलजा? कांग्रेस के प्रचार से क्यों बनाई दूरी, पार्टी में खटपट की अटकलें

By अंकित सिंह | Sep 20, 2024

वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा पिछले तीन दिनों से हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार अभियान से दूर हैं। ऐसे में उनकी नाराजगी की चर्चा तेज हो गई है। अगर वह सच में नाराज हैं तो इसे चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा सकता है। आपको बता दें कि पार्टी में सबसे वरिष्ठ दलित चेहरों में से एक कुमारी शैलजा राज्य के कई विधानसभा क्षेत्रों में प्रभाव रखती हैं। कुमारी शैलजा को लेकर फिलहाल पार्टी कार्यकर्तों में भी भ्रम दिखाई दे रहा है। कुमारी शैलजा के समर्थकों के साथ-साथ दलित समाज में भी आक्रोश फैल रहा है। 

 

इसे भी पढ़ें: भूपेंद्र हुड्डा के गढ़ Rohtak में होगी कांग्रेस की राह आसान, सभी सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों ने किया नामांकन दाखिल


दावा किया जा रहा है कि टिकट आवंटन के दौरान हुई अनदेखी और अभद्र टिप्पणियों की वजह से कुमारी सैलजा नाराज हैं। इसी कारण वह कांग्रेस उम्मीदवारों के प्रचार से दूर रह रही हैं। कुमारी सैलजा  की नाराजगी की वजह एक यह भी है कि टिकट आवंटन में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को ज्यादा महत्व दिया गया। उनके करीबियों को टिकट नहीं दी गई है। आरोप लग रहा कि हुड्डा के करीबियों 90 में से 72 सीटों पर टिकट दिया गया है। 


शैलजा, जो कांग्रेस की महासचिव भी हैं, बुधवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा घोषणापत्र के लॉन्च में शामिल नहीं हुईं और हाल ही में जमीन पर प्रचार भी नहीं कर रही हैं। इसके अलावा, एक्स पर सक्रिय रहने के लिए मशहूर शैलजा ने पिछले तीन दिनों में केवल दो बार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है। उन्होंने 18 सितंबर को कांग्रेस द्वारा हरियाणा के लिए सात गारंटी का स्क्रीनशॉट और एक दिन बाद बिहार में दलितों के घरों में आगजनी की घटनाओं का एक वीडियो पोस्ट किया। उन्होंने 19 सितंबर की अपनी पोस्ट में लिखा, "बिहार के नवादा में 80 दलितों के घरों में आगजनी और गोलीबारी की घटना दर्शाती है कि आज भी दलित समाज में हाशिए पर हैं।"

 

इसे भी पढ़ें: विधानसभा चुनाव में Dabwali से विधायक Amit Sihag को कांग्रेस ने दोबारा चुनावी मैदान में उतारा


जैसा कि शैलजा, जो कभी राज्य के लिए कांग्रेस की रणनीति तय करने में एक प्रमुख व्यक्ति थीं, इस महत्वपूर्ण मोड़ पर एक कदम पीछे हटती दिख रही हैं, कांग्रेस में आंतरिक कलह की अटकलें तेज हो गई हैं। उनकी चुप्पी पार्टी की चुनावी संभावनाओं पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है, जिससे उसे वोट मजबूत करने से रोका जा सकता है। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि शैलजा ने अपने खेमे के लिए 30 से 35 सीटें मांगी थीं। हालाँकि, कांग्रेस आलाकमान ने भूपिंदर सिंह हुड्डा खेमे को 72 टिकट आवंटित किए। शैलजा नारनौंद विधानसभा सीट से अपने करीबी सहयोगी डॉ. अजय चौधरी के लिए टिकट हासिल करने में भी असफल रहीं। 

प्रमुख खबरें

जिनकी आंखें नहीं, वे भी देख सकेंगे दुनिया, एलन मस्क के कौन से नए डिवाइस को मिली FDA की मंजूरी

भारत के हम बहुत आभारी हैं...50 मिलियन डॉलर की मदद पाकर गदगद हुआ मालदीव, बताने लगा अच्छा दोस्त

Duplicate Vehicle RC: कैसे हासिल करें डुप्लीकेट आरसी, जानें ऑनलाइन और ऑफलाइन बनवाने का तरीका

कठिन हुई कनाडा की राह, ट्रूडो ने कर दी 35% स्टूडेंट वीजा कटौती, जानें भारत पर क्या पड़ेगा प्रभाव