By अभिनय आकाश | Apr 22, 2022
गुजरात में विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने का वक्त शेष है और इस साल के आखिरी में वहां चुनाव होने हैं। लेकिन इसके साथ ही प्रदेश की सियासत भी तेजी के साथ बदलती नजर आ रही है। कभी बीजेपी के धुर विरोधी रहे हार्दिक पटेल बीजेपी की तारीफ करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में सवाल ये खड़े हो रहे हैं कि क्या कांग्रेस को लेकर हार्दिक का मोहभंग हो गया है। हार्दिक पटेल के हालिया बयान इस ओर इशारा कर रहे हैं। गुजरात कांग्रेस के कामकाज की आलोचना करने के कुछ दिनों बाद हार्दिक पटेल के एक बयान ने सूबे की सियासत में और अधिक उबाल ला दिया है।
ऑप्शन हमेशा मौजूद
बीजेपी ज्वाइन करने को लेकर पटेल ने कहा कि ये 5-7 दिनों से चल रही है। हमारी चिंता प्रदेश की जनता को लेकर है। मेरी नाराजगी राहुल जी और प्रियंका जी से नहीं है। मेरी नाराजगी स्टेट लीडरशीप से है। स्टेटलीडरशिप ने ईमानदारी से जो हमारा उपयोग होना चाहिए वो आजतक नहीं किया। हमारे पास ऑप्शन हमेशा मौजूद रहता है, हमें हमारा भविष्य भी देखना है। मेरी उम्र मात्र 28 साल है। प्रदेश के लोग अगले 40 साल तक नेतृत्व करने का अवसर देंगे। मेरा मकसद साफ है कि गुजरात को किस दिशा में आगे ले जा सकूं।
मैं राम भक्त हूं
शुक्रवार को छपे दिव्य भास्कर अखबार को दिए गए एक साक्षात्कार में पटेल ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण जैसे फैसलों पर भाजपा की प्रशंसा करते हुए कहा कि हम भगवान राम को मानते हैं और मैं एक गर्वित हिंदू" हैं। अहमदाबाद में मीडिया से बातचीत में हार्दिक ने फिर से राज्य कांग्रेस नेतृत्व पर अपनी नाखुशी दोहराई और कहा कि उन्होंने पार्टी आलाकमान को मुद्दों से अवगत करा दिया है। आलाकमान ने मुझसे कहा है कि वे जल्द ही फैसला लेंगे और मुझे उम्मीद है कि यह एक अच्छा फैसला होगा, जो गुजरात के लोगों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
गौरतलब है कि साल 2017 में जब विधानसभा के चुनाव हुए थे तो उस वक्त हार्दिक कांग्रेस के पोस्टर ब्वॉय थे। अल्पेश, जिग्नेश और हार्दिक की तिकड़ी को लेकर कांग्रेस ने बड़े तौर पर प्रमोशन किया था। लेकिन इस बार की सियासत बदली हुई नजर आ रही है।