By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 27, 2025
चाहे वह कोचेला जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संगीत समारोहों में प्रदर्शन करना हो या ग्रैमी पुरस्कार जीतना हो, संगीत के उस्ताद ए आर रहमान का मानना है कि भारतीय कलाकारों को आखिरकार वह वैश्विक पहचान मिल रही है जिसके वे सही मायने में हकदार हैं।
दो बार ग्रैमी पुरस्कार पा चुके रहमान अपने बहुप्रतीक्षित ‘द वंडरमेंट टूर’ की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह संगीतकारों के लिए ‘बहुत अच्छा समय’ है। रहमान ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘एक उद्योग के रूप में संगीत को कभी मान्यता नहीं मिली।
जब आप कहते हैं, ‘ओह, मेरा बेटा एक गायक है’, तो लोग कहते हैं, ‘लेकिन वह करता क्या है?’ यह अब भी हो रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब, जब ये सभी चीजें (संगीत कार्यक्रम) हो रही हैं, तो कोचेला में कई स्वतंत्र बैंड आ रहे हैं... यह मेरा एक सपना है जो पूरा होना चाहिए और यह हो रहा है। लोग ग्रैमी जीत रहे हैं।’’
फरवरी में भारतीय-अमेरिकी गायिका चंद्रिका टंडन ने 67वें संगीत पुरस्कार कार्यक्रम में ‘त्रिवेणी’ के लिए सर्वश्रेष्ठ ‘न्यू एज एल्बम’ श्रेणी के तहत ग्रैमी जीता। एक साल पहले पांच भारतीय संगीतकारों ने यह प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता था।
इस महीने के प्रारंभ में ‘बिग डॉग्स’ के रैपर हनुमानकाइंड ने कोचेला 2025 में प्रदर्शन किया, जो अमेरिकी संगीत समारोह में उनकी पहली प्रस्तुति थी। रहमान (58) ने कहा कि भारतीय संगीत की ‘सार्वभौमिकता’ में वैश्विक दर्शकों को आकर्षित करने की क्षमता है।
उन्होंने कहा,‘‘भारत में सांस्कृतिक रूप से यह सब है। अब, महत्वपूर्ण बात यह है कि हम इसे दुनिया में कितना फैला सकते हैं, जो पश्चिमी संस्कृति से प्रभावित है। चूंकि आज लोग एक वैकल्पिक संस्कृति की तलाश कर रहे हैं और अगर हम अपना सामान बाहर निकालते हैं, तो हमारे पास हर किसी को पसंद आने वाली वैकल्पिक चीज है। रूस और जापान में पहले से ही हमारे बहुत अच्छे प्रशंसक हैं...।