By नीरज कुमार दुबे | Apr 24, 2025
7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमास के आतंकवादी हमले और 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए हमले में एक बड़ी समानता यह है कि दोनों ही हमले पर्यटकों पर हुए थे। दोनों हमलों में दूसरी बड़ी समानता यह है कि दोनों ही हमले एक खास धर्म से जुड़े लोगों पर किये गये थे। इजराइल में हुआ हमला यहूदियों के खिलाफ था तो पहलगाम में हुआ हमला हिंदुओं के खिलाफ था। यह जो दो समानताएं हैं वह संयोगवश नहीं हैं बल्कि हमास के आतंकवादियों ने पाकिस्तान की जो मदद की यह उसका परिणाम है।
हम आपको बता दें कि पिछले एक साल में हमास के वरिष्ठ नेताओं ने पाकिस्तान की कई बार यात्राएं कीं। हमास की एक टीम ने हाल ही में बहावलपुर में जैश-ए-मुहम्मद के मुख्यालय के अलावा पाकिस्तानी सेना के एक सुविधा केंद्र का भी दौरा किया था जिसमें उनका लड़ाकू प्रशिक्षण केंद्र है। इस केंद्र का उद्घाटन पिछले महीने सेना प्रमुख असीम मुनीर ने किया था। यह क्षेत्र बहावलपुर कोर की मेजबानी करता है जिसे राजस्थान से रणनीतिक निकटता के कारण सीमा की रक्षा और तेजी से तैनाती का काम सौंपा गया है।
इस बीच, पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने भी कहा है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ हमला 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में आतंकवादी संगठन हमास द्वारा किए गए हमलों जैसा ही है। रुबिन ने दावा किया है कि पाकिस्तानी हमास की तरह ही एक खास धर्म और खास तौर पर उनमें से "सबसे उदार" लोगों पर हमला करने की रणनीति अपना रहे हैं। रुबिन ने कहा कि 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास के हमले के समय भी यही हुआ था। यह खास तौर पर यहूदियों के खिलाफ था और न केवल यहूदियों के खिलाफ, बल्कि सबसे उदार यहूदियों के खिलाफ था, जो गाजा पट्टी के साथ शांति और सामान्य स्थिति चाहते थे। उन्होंने कहा, "एक छुट्टी मनाने वाले रिसॉर्ट में मध्यम वर्ग के हिंदुओं को निशाना बनाने से स्पष्ट है कि पाकिस्तानी अब वही रणनीति अपना रहे हैं।'' रुबिन ने भारत से पाकिस्तान के खिलाफ इजराइली शैली में जवाबी कार्रवाई करने और आईएसआई के नेतृत्व को खत्म करने की योजना बनाने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अब भारत का कर्तव्य है कि वह पाकिस्तान और पाकिस्तान की आईएसआई के साथ वैसा ही करे जैसा इजरायल ने हमास के साथ किया। उन्होंने कहा कि आईएसआई के नेतृत्व को खत्म करने और उन्हें एक नामित आतंकवादी समूह के रूप में मानने का समय आ गया है।
बहरहाल, जहां तक पहलगाम हमले को लेकर भारत की प्रतिक्रया की बात है तो सरकार ने कई कूटनीतिक कदमों के जरिये पाकिस्तान पर प्रहार शुरू कर दिये हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कह चुके हैं कि हमले का बदला लिया जायेगा। प्रधानमंत्री मोदी का भी रिकॉर्ड है कि उन्होंने उरी का बदला सर्जिकल स्ट्राइक से और पुलवामा का बदला एयर स्ट्राइक से लिया था। इसलिए पहलगाम का भी बदला निश्चित रूप से लिया ही जायेगा। उम्मीद यही है कि जब हमला इजराइल पर हुए अटैक जैसा है तो बदला भी इजराइल के स्टाइल में लिया जायेगा।