By रेनू तिवारी | Jun 24, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाशिंगटन में रोनाल्ड रेगन बिल्डिंग में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए घोषणा की कि संयुक्त राज्य अमेरिका बेंगलुरु और अहमदाबाद में नए वाणिज्य दूतावास खोलेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अमेरिका की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा समाप्त करते हुए कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों की एक नयी, गौरवशाली यात्रा शुरू हो गई है और दुनिया दो महान लोकतंत्रों को अपने रिश्तों को मजबूत करते हुए देख रही है। वाशिंगटन स्थित रोनाल्ड रीगन बिल्डिंग एंड इंटरनेशनल ट्रेड सेंटर में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच साझेदारी की पूर्ण क्षमता अब तक साकार नहीं हुई है और दोनों देशों के संबंध 21वीं सदी में दुनिया को फिर से बेहतर बनाने पर केंद्रित हैं।
यह बड़ी घोषणा अमेरिका द्वारा यह कहे जाने के कुछ दिनों बाद आई है कि वह "लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने" के लिए दो नए वाणिज्य दूतावास खोलने का इरादा रखता है। प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि भारतीय मूल के सदस्यों को अब एच-1बी वीजा के लिए अमेरिका नहीं छोड़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा, "अब यह निर्णय लिया गया है कि एच-1बी वीजा नवीनीकरण अमेरिका में ही किया जा सकता है।" नए वीजा नियमों से भारतीयों के लिए अमेरिका में रहना और काम करना आसान हो जाएगा। यह एक पायलट कार्यक्रम होगा जिसे आने वाले वर्षों में बड़ी संख्या में भारतीयों तक विस्तारित किया जा सकता है। भारतीय नागरिक अब तक यूएस एच-1बी कार्यक्रम के सबसे सक्रिय उपयोगकर्ता हैं और वित्तीय वर्ष 2022 में लगभग 4,42,000 एच-1बी श्रमिकों में से 73 प्रतिशत भारतीय नागरिक हैं।
नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास दुनिया के सबसे बड़े अमेरिकी राजनयिक मिशनों में से एक है। अपनी वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, दूतावास चार वाणिज्य दूतावासों - मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद में - की गतिविधियों का समन्वय करता है और यह सुनिश्चित करता है कि पूरे देश में अमेरिका-भारत संबंध मजबूत हैं।
राष्ट्रपति जो बिडेन और प्रथम महिला जिल बिडेन के निमंत्रण पर पीएम मोदी अमेरिका की राजकीय यात्रा पर थे। अपनी यात्रा के तीसरे दिन, प्रधान मंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया।