गुरुग्राम। गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार रात एक युवक को तीन अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचाया और घटना के कुछ ही घंटों के भीतर आरोपियों को सोनीपत से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों में से एक को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कथित तौर पर लिए गए 15 लाख रुपये में से 8.5 लाख रुपये नहीं लौटाने पर उन्होंने कथित तौर पर युवक का अपहरण कर लिया था।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों के पास से एक लाइसेंसी रिवॉल्वर, तीन गोलियां और चार मोबाइल फोन बरामद किए गए। उसने बताया कि एक महिला ने बृहस्पतिवार को पुलिस से शिकायत की थी कि उसके बेटे मनोज का नौरंगपुर गांव के पास एम3एम आवासीय सोसायटी के आसपास के इलाके से तीन लोगों ने अपहरण कर लिया और सोनीपत ले गए। मानेसर की अपराध इकाई के प्रभारी उप-निरीक्षक ललित कुमार के नेतृत्व में एक दल का गठन किया गया जबकि खेड़की दौला पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार के नेतृत्व में एक अन्य दल बनाया गया।
पुलिस ने बताया कि दोनों दल सोनीपत पहुंचे और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर मनोज को छुड़ा लिया। आरोपियों की पहचान सोनीपत जिले के सनपेरा गांव के संदीप उर्फ काला (42), धीरन गांव के मोहित (28) और हसनयारपुर तिहाड़ कलां के निवासी कुणाल कुमार (23) के रूप में हुई है। सहायक पुलिस उपायुक्त (अपराध) वरुण दहिया ने कहा, पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि पीड़ित मनोज ने आरोपी संदीप के भतीजे को नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपये लिए थे। जब वह पैसे नहीं लौटा सका तो आरोपी ने मनोज की हुंडई कार छीन ली जिसके बाद 8.5 लाख बकाया हैं।