कश्मीरी पंडित की हत्या के संबंध में अब्दुल्ला आवास पर हुई गुपकर गठबंधन की बैठक, तारिगामी बोले- लाठियों के इस्तेमाल पर लगे रोक

By अनुराग गुप्ता | May 14, 2022

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में तहसील कार्यालय के भीतर आतंकवादियों द्वारा की गई कश्मीरी पंडित की हत्या का सुरक्षाबलों ने बदला ले लिया है। सुरक्षाबलों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या में शामिल दो पाकिस्तानी आतंकवादियों को 24 घंटे के भीतर ही ढेर कर दिया। इसी बीच खबर है कि कश्मीरी पंडित की हत्या के बाद गुपकर गठबंधन ने पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के आवास पर एक बैठक की। 

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फारूक अब्दुल्ला के आवास पर हुई बैठक में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और गुपकर गठबंधन के प्रवक्ता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी शामिल हुए। इस बैठक में टारगेट किलिंग, परिसीमन आयोग की अंतिम रिपोर्ट, आगामी विधानसभा चुनाव इत्यादि मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। पिछले महीने जानकारी सामने आई थी कि फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं।


फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि गुपकर गठबंधन का एकजुट होना और एकसाथ आना जरूरी है ताकि भाजपा और उसकी 'बी-टीम, सी-टीम' को वोट के विभाजन की ओर ले जाया जा सके।

बैठक के बाद गुपकर गठबंधन के प्रवक्ता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ पुलिस द्वारा की गई लाठीचार्ज पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि गुपकार गठबंधन ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात करने का फैसला किया है। हम उनसे विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडित की हत्या के खिलाफ विरोध कर रहे लोगों पर चलाई गई लाठियां अफसोसजनक है। वो अपनी फरियाद लेकर मातम करने के लिए निकले थे। यह अफसोसजनक है। 

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उन्होंने कहा कि कश्मीर में बार-बार लाठियों के इस्तेमाल पर रोक लगनी चाहिए और आवाम पर भरोसा करना चाहिए। यहां पर पर्यटक आएंगे और कश्मीरियों ने उनका हमेशा स्वागत किया है। हम राजनीति में अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन भाईचारे की रिवायत में हर कश्मीरी अपनी भूमिका अदा करेगा लेकिन सरकार को भी अपने गिरेवान में झांकना होगा।

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