By नीरज कुमार दुबे | Dec 08, 2022
गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए जारी मतगणना के शुरुआती रुझानों में भाजपा गुजरात में ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ती दिखाई दे रही है वहीं हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर दिखाई दे रही है। इसके अलावा एक लोकसभा और छह विधानसभा सीटों के लिए जारी मतगणना के भी रुझान आने शुरू हो गये हैं। मैनपुरी लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी प्रत्याशी डिंपल यादव आगे चल रही हैं तो आजम खान के गढ़ रामपुर में भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना आगे चल रहे हैं। इसके अलावा खतौली में सपा-रालोद गठबंधन ने बढ़त बनाई हुई है।
गुजरात में भाजपा की जीत भारतीय राजनीति के इतिहास में एक बड़ी जीत बनने जा रही है क्योंकि 27 सालों से सत्तारुढ़ भाजपा एक और कार्यकाल के लिए सत्ता में आने जा रही है। इसी के साथ ही भाजपा पश्चिम बंगाल में वामपंथियों के 28 साल लगातार शासन का रिकॉर्ड भी तोड़ने जा रही है। गुजरात में अब तक सबसे ज्यादा यानि 149 सीटें जीतने का रिकॉर्ड कांग्रेस के नाम है जबकि भाजपा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 123 सीटें जीतने का रहा है। इस बार भाजपा ने 150 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था और ऐसा लगता है कि पार्टी उस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चुनाव प्रचार के दौरान लगातार जनता से यही अपील कर रहे थे कि नरेंद्र का रिकॉर्ड भूपेंद्र से तुड़वा दीजिये और लगता है कि गुजरात की जनता ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नाम पर सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बनवाने के लिए मतदान किया।
गुजरात में आम आदमी पार्टी ने भी चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी थी और इस चुनाव को त्रिकोणीय बनाने के लिए काफी मेहनत की थी। पार्टी के दोनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने प्रचार में दिन-रात एक कर दिया था। आम आदमी पार्टी ने गुजरात में मुफ्त बिजली और पानी का जो वादा किया था उसे जनता ने सिरे से नकार दिया है। आप ने यहां इशुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह अपनी सीट से पीछे चल रहे हैं। कांग्रेस गुजरात में भाजपा की मुख्य प्रतिद्वंद्वी बनी हुई है हालांकि पार्टी के कई बड़े नेता अपनी सीटों से रुझानों के मुताबिक पिछड़ रहे हैं। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में आये हार्दिक पटेल बढ़त बनाये हुए हैं। गुजरात में भाजपा ने जीत का जश्न मनाने के लिए शानदार तैयारी की हुई हैं।
हिमाचल प्रदेश की बात करें तो यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। हिमाचल प्रदेश में दोनों ही प्रमुख पार्टियों को बड़ी संख्या में बागियों का सामना चुनावों में करना पड़ा था। हिमाचल प्रदेश में एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा की सरकार बनती रही है। लेकिन जैसे इस वर्ष उत्तराखंड में सरकार बदलने का रिवाज जनता ने बदला था उसको देखते हुए भाजपा को उम्मीद है कि इस बार राज नहीं रिवाज बदलेगा।